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बीकानेर,राहुल गांधी और सचिन पायलट पर अपने बेटे और पुत्रबधू को फंसाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु दिलाने की मांग की है

Letter to Sonia Gandhi: हरदोई\ बीकानेर , 21 दिसम्बर। हरदोई. यूपी के हरदोई (Hardoi) जिले के एक कांग्रेसी नेता (Congress Leader) ने पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र भेजकर पति-पत्नी और पौत्रों की इच्छा मृत्यु (Mercy Killing) की अनुमति राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) से दिलाने की मांग की है. उनका कहना है कि उनके बेटे और बहू को फर्जी मुक़दमे में फंसा कर जेल में डाल दिया गया है और यह सब कुछ तब हुआ जब राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पार्टी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने वहां पर आत्महत्या को हत्या का रूप दे दिया. पीड़ित ने मांग करते हुए कहा है कि राजस्थान सरकार उनके बेटे की जमानत पर भी पहरा लगाए हैं. परिवार ने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें अनुमति नहीं मिली तो वे राजस्थान विधानसभा पहुंचकर पहुंचकर आत्मदाह कर लेंगे.

हरदोई के मूल निवासी डॉ श्यामप्रकाश शुक्ला कांग्रेस पार्टी के पूर्व महासचिव और प्रवक्ता रहे हैं और कई अन्य पदों पर भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि उनका बेटा प्रज्ञा प्रतीक शुक्ला श्री जैन आदर्श विद्या निकेतन इंटर कॉलेज नोखा बीकानेर में प्राचार्य थे और उनकी बहू प्रिया शुक्ला अध्यापिका थीं. 27 मार्च 2016 को एक लड़की जो उसी कॉलेज में पढ़ती थी, पीटीआई बृजेंद्र सिंह के आवास से आपत्तिजनक हालत में पायी गई थी. विद्यालय के प्राचार्य होने के नाते उसी परिसर में निवास होने के कारण उनके बेटे ने पीटीआई को समझा-बुझाकर माफीनामा लिखवा लिया था, क्योंकि प्राचार्य होने के नाते यही किया जा सकता था.
आत्महत्या को हत्या का रूप देने का आरोप
जिसके बाद 28 मार्च 2016 को उस लड़की ने परिसर में बने पानी के टैंक में कूदकर आत्महत्या कर ली थी. कांग्रेसी नेता का आरोप है कि छात्रा के पिटाई के साथ बहुत पहले से उसके शारीरिक संबंध थे जो कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी दर्शाया गया है. उस समय नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी की श्री जैन आदर्श विद्या निकेतन के चेयरमैन ईश्वरचंद की व्यक्तिगत दुश्मनी थी. इसी कारण उन्होंने विधानसभा राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष होने के कारण बदला लेने की नीयत पर सरकार को घेरा और उस समय 13 अप्रैल 2016 को राहुल गांधी प्रदेश और कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के साथ लड़की के गांव गए और आत्महत्या को हत्या का रूप दे दिया.

जमानत भी नहीं होने दे रही सरकार
उन्होंने कहा कि 8 अक्टूबर 2021 को मेरे बेटे प्रज्ञा प्रतीक शुक्ला व पुत्रवधू प्रिया शुक्ला को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दबाव में हरिजन एक्ट के तहत बीकानेर की अदालत के जज ने 6 वर्ष का सश्रम कारावास की सजा सुनाकर 20000 का जुर्माना लगाकर जेल भेज दिया है. उन्होंने मांग की है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से हम पति-पत्नी और पौत्रों की इच्छा मृत्यु का आदेश दिलवाने अथवा हम सभी लोगों को गोली मरवाने का आदेश दिला दें, क्योंकि हमारे बेटे की जमानत पर भी पहरा राजस्थान सरकार लगाए हैं. उन्होंने कहा कि नहीं तो राजस्थान विधानसभा पहुंच कर आत्मदाह कर लेंगे.

उल्लेखनीय है कि राजस्थान के बीकानेर (Bikaner News) के नोखा में हुए बहुचर्चित डेल्टा मेघवाल हत्याकांड (Delta Meghwal murder case) को लेकर 12 अक्टूबर 2021 को बीकानेर की पोक्सो कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया . मामले से जुड़े तीन आरोपियों को कोर्ट ने सजा सुनाई. पोक्सो कोर्ट (POCSO Court) के जज देवेंद्र सिंह नागर ने फैसला सुनाया . मुख्य आरोपी पीटीआई विजेंदर सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी . वहीं, हॉस्टल की वार्डन प्रिया शुक्ला और उसके पति प्रतीक शुक्ला को 6-6 साल की सजा सुनाई गयी . पांच साल पहले का ये मामला है. जहां नोखा की एक कॉलेज की बीडीटीसी 2nd year की छात्रा डेल्टा मेघवाल का शव उसके होस्टल के पीछे एक पानी के कुंड में मिला था.
इस मामले में संस्था ने माफीनामा लिखकर मामले को रफा दफा कर दिया था, लेकिन इस मामले में पीटीआई विजेंदर और वार्डन और उसके पति को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वहीं, पोक्सो में पीटीआई को दुष्कर्म का आरोपी मानते हुए सजा सुनाई गई. ज्ञात रहे कि डेल्टा नोखा की निजी कॉलेज में बीएड की छात्रा थी। 28 मार्च, 2016 को नोखा के एक निजी कॉलेज में स्थित पानी की टंकी में डेल्टा का शव मिला था। बाड़मेर के गडरा क्षेत्र निवासी डेल्टा के पिता ने नोखा थाने मेें रिपोर्ट दी थी।

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