Trending Now




बीकानेर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली की कांग्रेस की राज्य सरकार की तीन वर्षों की घोर विफलताओं और अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए जन आकांक्षाओं के वादों को पूरा नहीं किए जाने के खिलाफ भाजपा के प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत भारतीय जनता पार्टी शहर और देहात जिला बीकानेर द्वारा सोमवार को शहर जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह और देहात जिलाध्यक्ष ताराचन्द सारस्वत के नेतृत्व में विशाल जनआक्रोश रैली के आयोजन के साथ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया गया ।

रैली का आरम्भ रतनबिहारी पार्क से हुआ जंहा से पैदल मार्च केईएम रोड और सादुल सिंह सर्किल होते हुए कचहरी परिसर पंहुचा जिसके पश्चात कार्यकर्ताओं ने कचहरी परिसर का पूरा चक्कर लगाते हुए कलेक्टर कार्यालय के ठीक आगे काफी देर तक जमकर विरोध प्रदर्शन किया ।

जन आक्रोश रैली और विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम के तहत पार्टी के जनप्रतिनिधि, जिला, मंडल, मोर्चा, प्रकोष्ठ, प्रकल्प और बूथ स्तर के कार्यकर्ता, पार्षद इत्यादि बड़ी संख्या में आमजन की भागीदारी के साथ दोपहर 12.00 बजे रतनबिहारी पार्क में बड़ी संख्या में सामूहिक रूप से एकत्रित होने के पश्चात प्रदेशव्यापी और स्थानीय समस्याओं को हल करने की मांग को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए केईएम रोड और सादुल सिंह सर्किल से गुजरते हुए कचहरी परिसर पहुंचे जहां पर जिला कलेक्टर कार्यालय के आगे जबरदस्त विरोध प्रदर्शन के पश्चात जिला कलेक्टर नमित मेहता को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया ।

भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि राज्य सरकार की विफलताओं और जन आकांक्षाओं को पूरा करने में असमर्थता के खिलाफ उपजे जनता के भारी रोष और आक्रोश को धरातल पर प्रदर्शित करने के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा जनहित में जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाते हुए जिला स्तरीय जन आक्रोश रैली और हल्ला बोल कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

जिला मंत्री और मीडिया प्रभारी मनीष आचार्य ने बताया कि जन आक्रोश रैली और विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बड़े ही अनुशासित रूप से बड़ी संख्या में अपने सम्बंधित मंडल और मोर्चे की टोली के साथ हिस्सा लेते हुए व्यवस्थित और शांतिपूर्ण पैदल मार्च के साथ जनविरोधी और नाकाम कुप्रबंधन वाली गहलोत सरकार के खिलाफ हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ।

रैली में बीकानेर शहर की पूर्व और पश्चिम विधानसभा के सभी आठ मंडलों और मोर्चों के कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि, भाजपा पार्षद और देहात भाजपा कार्यकर्ताओं ने जनभागीदारी के साथ राज्य सरकार के खिलाफ हल्ला बोल करते हुए जन आक्रोश प्रदर्शित किया और नींद में सोई हुई कांग्रेस सरकार को जगाने हेतु हल्ला बोला ।

विरोध प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा जिला संगठन प्रभारी ओम सारस्वत ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार अपने तीन वर्षों के कार्यकाल में हर मोर्चे पर पूरी तरह से विफल रही है और जनता का प्रत्येक वर्ग इस शासन से दुखी है । उन्होंने कहा कि एक और जनता इस सरकार की विदाई की तैयारी में है और दूसरी और घोर अंतर्कलह से जूझती हुई यह सरकार अनगिनत नाकामियों के बावजूद भी अपने तीन वर्षों के शासन का झूठा जश्न मना रही है ।

सारस्वत ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। जनता अब इस कांग्रेस सरकार से तंग आ चुकी है । कांग्रेस के नेता उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में जाकर झूठी नौटंकी करते हैं परन्तु उन्हें राजस्थान में सभी वर्गों पर हो रहे अत्याचार नहीं दिखाई देते ।

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शहर जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने अपने तीन वर्षों के विफल कार्यकाल में जनकल्याण और जनसरोकार से जुड़ा कोई कार्य नहीं किया हैं और बीकानेर में भी विकास की दृष्टि से कोई भी उल्लेखनीय कार्य या परियोजना विगत तीन वर्षों में धरातल पर नहीं दिखी है ।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस की राज्य सरकार ने पानी-बिजली के दाम बढ़ाने, राज्य में टैंकर-खनन माफिया, अपराध और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने, अवैध वीसीआर भरने, बिजली विजिलेंस के नाम पर परेशान करने, हर वर्ग के साथ धोखा करने तथा हर मुद्दे पर केंद्र सरकार को कोसने के साथ साथ अपनी कुर्सी को बचाने के अलावा कोई कार्य नहीं किया है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार बोलती कुछ है और धरातल पर करती कुछ नहीं और आज जनता का प्रत्येक वर्ग इस सरकार से दुखी है।

देहात जिलाध्यक्ष ताराचंद सारस्वत ने भाजपा कार्यकर्ताओं से इस सरकार की ईंट से ईंट बजाने का आह्वान करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार द्वारा का वित्तीय प्रबंधन पूरी तरह से फेल हो चुका है और सम्पूर्ण प्रदेश की जनता सरकार से परेशान होकर त्राहि त्राहि कर रही है ।

लूणकरणसर विधायक सुमित गोदारा ने कहा कि राज्य सरकार ने एक लाख नवीन कृषि कनेक्शन की घोषणा को पूरा नहीं किया है जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है । उन्होंने कहा कि 2250 रूपए के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद नहीं किये जाने से किसान मजबूरन 1300-1400 रूपए में अपना बाजरा बेचने को मजबूर हैं या अन्य राज्यों में जाकर बेचना पड़ रहा है ।

विधायक गोदारा ने कहा कि राज्य सरकार ने बिजली के दामों और पेट्रोल-डीजल पर वैट दरों में बेहताशा वृद्धि की है तथा देश में सबसे महंगा पेट्रोल और डीजल राजस्थान में मिल रहा है ।

प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि गहलोत सरकार ने युवाओं, महिलाओं, बेरोजगारों, संविदाकर्मियों और किसानों सहित सभी वर्गों के साथ धोखा किया है । उन्होंने कहा राज्य सरकार द्वारा कोयले के बफर स्टॉक नही रखने और बकाया राशि नही चुकाने के कारण प्रदेश की जनता अघोषित बिजली कटौती को झेल रही है ।

महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के शासन में पूरे प्रदेश में विकास ठप्प पड़ा है और प्रदेश पुनः बीमारू राज्य की श्रेणी में आ कर खड़ा हो गया है । महिलाओं, दलितों और कमजोर वर्गों पर हो रहे अत्याचार की बात रखते हुए गहलोत सरकार को असफल सरकार बताया ।

जिला महामंत्री मोहन सुराणा ने कहा कि खजाना खाली होने का रोने वाली इस सरकार से अब आमजन को न्याय की उम्मीद नहीं है और भाजपा राज्य सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर लगातार संघर्ष हेतु तैयार है ।

जनाक्रोश रैली पूर्व विधानसभा प्रभारी जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत ने कहा कि मुख्यमंत्री जादूगर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य की कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है और सरकार अपने वादों को पूरा नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि बीकानेर से सरकार में वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री होते हुए भी शहर की दुर्दशा चरम पर पहुच चुकी है और स्थिति बदतर होती जा रही है।

जनाक्रोश रैली पश्चिम विधानसभा प्रभारी जिला उपाध्यक्ष गोकुल जोशी ने कहा कि झूठे वादों के दम पर सत्ता हासिल करने वाली कांग्रेस सरकार केवल अपनी अंतर्कलह को छुपाने में लगी हुई है और अब इस सरकार से वादों की पूर्ति हेतु उम्मीद करना बेमानी है ।

महिला मोर्चा अध्यक्ष सुमन छाजेड़ ने कहा कि राज्य में पूरी तरह से अभूतपूर्व अराजक स्थिति बनी हुई है, राज्य अपराधों की संख्या में पूरे देश में अव्वल स्थान पर हैं और सरकार बहू,बेटियों,युवाओं, किसानों और अन्य वर्गों की सुरक्षा करने की बजाय केवल अपनी कुर्सी को बचाने के जुगाड़ में लगी हुई है ।

युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष वेद व्यास ने कहा कि रीट, आरएएस, एसआई सहित अन्य भर्ती परीक्षाओं में धांधली और राजनैतिक मिलीभगत के कारण सरकार ने प्रतिभावान युवाओं और बेरोजगारों के साथ धोखा और खिलवाड़ किया है ।

विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में भाजपा जिला संगठन प्रभारी ओम सारस्वत, शहर जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, देहात जिलाध्यक्ष ताराचंद सारस्वत के साथ प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एड. मुमताज अली भाटी, महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित, उपमहापौर राजेंद्र पंवार, पूर्व जिलाध्यक्ष विजय आचार्य, वरिष्ठ नेता रिखबदास बोड़ा, जिला महामंत्री मोहन सुराणा, कुम्भनाथ सिद्ध, जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत, गोकुल जोशी, सुषमा बिस्सा, मधुरिमा सिंह, जिला मंत्री और मीडिया प्रभारी मनीष आचार्य, देवीलाल मेघवाल, मंडल अध्यक्ष अजय खत्री, नरसिंह सेवग, विनोद करोल, जेठमल नाहटा, चंद्रप्रकाश गहलोत, मुकेश ओझा, दिनेश महात्मा, कमल आचार्य, अविनाश जोशी, महिला मोर्चा अध्यक्ष सुमन छाजेड़, युवा मोर्चा अध्यक्ष वेद व्यास, ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष राजाराम बिश्नोई, किसान मोर्चा जिलाध्य्क्ष श्यामसुन्दर चौधरी, अल्पसंख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष उस्मान गनी, एससी मोर्चा जिलाध्यक्ष सोहनलाल चांवरिया, एस टी मोर्चा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश मीणा, हुकुमचंद सोनी, मो.रमजान अब्बासी, डॉ. अशोक मीणा, देवकिशन मारू, पार्षद किशोर आचार्य, संजय गुप्ता, मुकेश पंवार, अनूप गहलोत, सुधा आचार्य, दुलीचंद सेवग , बजरंग सोखल, जामनलाल गजरा, रामदयाल पंचारिया, विनोद धवल, हिमांशु शर्मा, दीपक पारीक, विजय उपाध्याय, विजय सिंह पडिहार, दिलीप सिंह आडसर, लक्ष्मण व्यास, शिखरचंद डागा, पंकज अग्रवाल, सरिता नाहटा, दीपक यादव, ओम राजपुरोहित, चोरुलाल सुथार, नितिन मारू, विक्रम सिंह राजपुरोहित, निरंजन सारस्वत, अभय पारीक, रामबाबू रंगा, देवेन्द्र आचार्य, अशोक चांवरिया, बालकिशन व्यास, सांगीलाल गहलोत, ओमप्रकाश सुथार, दुष्यन्त तंवर, अनिल हर्ष, कपिल शर्मा, जतिन सहल, मनोज पुरोहित, भारती अरोड़ा, दिनेश भदौरिया, अर्जुन सिंह पडिहार, विश्वजीत सिंह पंवार, रामकुमार व्यास, कमल गहलोत, श्याम मोदी, जगदीश सोलंकी, सोहन सिंह पड़िहार, मोहन सिंह, गंगाराम, रमेश भाटी, शिव मारू, मघाराम नाई, रणवीर सिंह रूंगड़ी, चेतन धाभाई, आनंद सोनी, महेश आचार्य, देवरूप सिंह, प्रकाश मेघवाल, हेमंत कच्छावा, विमल पारीक, भगवती स्वामी, भवानीशंकर मोदी, ओम पंवार, संजय चौधरी, शिव बच्छ, रघुवीर प्रजापत, शिव मेघवाल, पूर्वा चांडक, गोपाल चौधरी, प्रीती चांडक, महेश आचार्य, रामपाल सेन, सुरेश भसीन, नितिन मारू, विजय कुमार शर्मा, सिकंदर भाटी, मो. हुसैन डार, इत्यादि कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे ।

Author