बीकानेर,जीआरपी पुलिस ने ट्रेनों में चोरी करने वाली अंतरराज्यीय गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस के अनुसार ट्रेन नम्बर 9705 सूरतगढ़-जयपुर पैसेन्जर ट्रेन में परिवादी जामसर निवासी जेठाराम की सूरतगढ़ से लूणकरणसर के बीच यात्रा के दौरान शातिर अपराधियों ने यात्री का ध्यान भटका कर यात्री के सुटकेश में से जेवरात व नकदी चोरी कर सुटकेश को उसी स्थिति में वापस बन्द कर दिया। परिवादी को घर पहुंचने पर अपने सुटकेश में रखे वारदात को अंजाम देने के बाद जेवरात व नगदी चोरी होने का पता चला। परिवादी द्वारा जीआरपी थाना बीकानेर पर सोने के हार, सोने के टोप्स, कानों के सोने के झुमके, सोने की अंगूठियां, लौंग, सोने की दो चेन, सोने को लॉकेट व नगदी चोरी होने की रिपोर्ट दी गई।
अपराधियों को पकड़ने के लिए टीम का गठन
ट्रेनों में चोरी की बढ़ी घटना को गंभीरता से लेते हुए जोधपुर रेंज की •जीआरपी की पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा डूडी के निर्देशन में बीकानेर के जीआरपी थाना के अधिकारी राजाराम के नेतृत्व में हैड कानि
रणवीर सिंह, कानि राजाराम, अनिलकुमार, बंशीलाल, विनोद कुमार, सुनिल कुमार, रवि कुमार एवं साईबर सैल से दीपेन्द्र पाल सिंह की विशेष टीम का गठन किया गया।
घटना का पर्दाफाश के किए प्रयास
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी पूर्णतया अज्ञात होने से संभावित घटनास्थल के आस-पास आने वाले सभी रेलवे स्टेशनों पर उतरने चढ़ने वाले सभी व्यक्तियों का सीसीटीवी फुटेज लेकर जांच की गई। रेलवे स्टेशनों के आसपास पड़ने वाले टोल प्लाजा पर संदिग्ध वाहनों का पता लगा कर विश्लेषण किया गया। टीम ने हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जयपुर और नागौर के पुलिस के अभय कमाण्ड सेन्टरों के कैमरों के सीसीटीवी फुटेज लेकर जांच की गई हैड कानि रणवीर सिंह, विनोद कुमार व बंशीलाल ने रेलवे स्टेशन सूरतगढ़ हनुमानगढ़, बीकानेर, श्रीगंगानगर, बठिण्डा के आसपास के होटल सराय एवं धर्मशालाओं में ठहरने वाले व्यक्तियों की जानकारी ली और फुटेज से अपराधियों की पहचान के लिए सुराग लगाया। इसके बाद सीसीटीवी कैमरों से प्राप्त संदिग्ध व्यक्तियों के फुटेज, उनकी उपस्थिति एवं मार्ग का साईबर तकनीक से अनुसंधान किया जाकर अपराधियों की पहचान गई। इसके पश्चात लगातार निगरानी रखी जाकर तकनीकी सहायता से अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।अपराधियों से चोरी किए गए आभूषण बरामद किए गए अपराधियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। जहां से जेल भेजने के आदेश दिए गए।
वारदात का तरीका
यह गैंग बारदात का तरीका बदलते रहते हैं। गिरोह के सदस्य ट्रेनों व बसों में सफर करते हैं। सफर के दौरान कुछ सदस्य यात्रियों को बातों में लगाकर ध्यान भटकाते हैं एवं कुछ सदस्य यात्रियों के बैग व अटैची को खोलकर शातिराना अंदाज में कीमती जेवरात, नगदी एवं मोबाईल चोरी करते हैं। चोरी करने के लिए खोले गए बैग को पुन: उसी स्थिति में बन्द कर देते हैं और वारदात कर वहां से गायब हो जाते हैं। अटेची व सुटकेश सही स्थिति में दिखने के कारण यात्रियों को यात्रा के दौरान चोरी होने का अहसास नहीं होता है। यात्री द्वारा घर जाकर अपने बैंग अटैची चेक करने पर चोरी होने का पता चलता है।
गिरोह में शामिल सदस्य
इस गिरोह में शामिल चीता उर्फ अमित पुत्र करतार सांसी निवासी गणेश कॉलोनी हॉसी हरियाणा, अशोक उर्फ शौकी पुत्र प्रेम सिंह सांसी निवासी करतारपुरा रोहतक को गिरफ्तार किया गया है। इन अपराधियों ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, मुम्बई एवं राजस्थान में कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है। इन अपराधियों के विरुद्ध कई प्रकरण दर्ज है।
प्रोडक्शन वारंट पर मुंबई पुलिस ले गई
अपराधियों की गिरफ्तारी के पश्चात सभी थानों में गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त ऑल इण्डिया पुलिस के वाट्सएप ग्रुप में इनकी गिरफ्तारी व फोटो डाली गई। वाट्सएप मैसेज की सूचना पर मुम्बई पुलिस द्वारा भी वहां के दर्ज प्रकरणों में इन अपराधियों द्वारा अपराध करना ज्ञात होने से प्रोडक्शन वारंट पर बीकानेर कारागृह से मुम्बई पुलिस ले गई।