जयपुर.राज्य सरकार के फ्लैगशिप प्रशासन शहरों के संग अभियान में लापरवाही बरतने वाले 4 आइएएस और 7 आरएएस अफसरों को नोटिस दिया है। ऐसे सभी अफसरों को हर स्थिति में सात दिन में परफॉर्मेंस सुधारने की हिदायत दी है। इनमें प्रदेश के सभी दस नगर निगम आयुक्त और श्रीगंगानगर परिषद आयुक्त शामिल है। स्वायत्त शासन विभाग की ओर से जारी नोटिस में चेताया गया है, राज्य सरकार के निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया, उलटे उदासीनता बरती गई। अभी तक इन दस नगर निगमों में 19618 आवेदन आए हैं, लेकिन पट्टे केवल 6588 लोगों को ही दिए गए।
सूत्रों के मुताबिक स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने भी ऐसे सभी निकायों पर नाराजगी जताई है, जो पट्टों के लिए रियायतों के बावजूद अपेक्षित परिणाम नहीं दे पा रहे हैं।
इन्हें थमाए नोटिस,ये हैं आइएएस
जयपुर नगर निगम ग्रेटर यज्ञमित्र देव सिंह
जयपुर नगर निगम हैरिटेज
अवधेश मीणा
बीकानेर नगर निगम अभिषेक खन्ना
अजमेर नगर निगम देवेन्द्र कुमार
ये हैं आरएएस
जोधपुर नगर निगम दक्षिण अरुण कुमार पुरोहित
जोधपुर नगर निगम उत्तर राजेन्द्र सिंह कविया
कोटा नगर निगम उत्तर वासुदेव मालावत
कोटा नगर निगम दक्षिण कीर्ति राठौड़
उदयपुर नगर निगम
हिम्मत सिंह बारहठ
भरतपुर नगर निगम कमलराम मीणा
श्रीगंगानगर नगर परिषद सचिन यादव
निगमों में बीकानेर फिसड्डी,अजमेर आगे
प्रदेश में 213 निकाय हैं और इनमें 10 नगर निगम हैं। ऐसे नगर निगम अन्य निकायों के मुकाबले पावरफुल हैं। बजट, संसाधन के लिहाज से ज्यादा सुदृढ़ हैं। इसके बावजूद यहां काम में लापरवाही बरती जा रही है।
निगमों..हालात ये हैं कि बीकानेर नगर में आवेदन के अनुपात में केवल 11.28 प्रतिशत लोगों को ही पट्टे दिए गए। जबकि, अजमेर ने सबसे ज्यादा 70 प्रतिशत तक पट्टे जारी किए, लेकिन अन्य कार्यों में पिछड़ा हुआ है। जयपुर ग्रेटर निगम केवल 20.84 प्रतिशत और हैरिटेज में 22.84 प्रतिशत ही पट्टे जारी किए जा सके।