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महाजन,कोविड-19 की दूसरी लहर के के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई क्षेत्र के अस्पतालों में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए लाखों की लागत से आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित एम्बुलेंस देने की शुरू की गई थी। प्रक्रिया संचालन की व्यवस्था को लेकर उलझ जाने से ग्रामीण अस्पतालों में इनकी डिलीवरी अटक गई है। इसका खामियाजा ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी प्रावधान नहीं होने से मामला अंब लहर के घातक परिणामों को देखते में केंद्रीय अर्जुनराम है। सासद विधायक राई जा सकी इमई-जून में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम सभी विधानसभा के विधायकों व मंत्रियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के लिए लाखों की लागत से एम्बुलेंस देने की घोषणा कर रखी है। इन घोषणाओं के अनुसार प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एम्बुलेंस वाहन उपलब्ध हो जाने थे परन्तु इनके संचालन व रख-रखाव को लेकर कोई नीति नहीं बनने व बजट का प्रावधान नहीं होने से मामला अधर में लटका पड़ा है। ग्रामीण अस्पतालों में इन एम्बुलेस के रख-रखाव, डीजल, चालक आदि के लिए अलग से कोई बजट नहीं है एवं न ही सरकार ने इनके संचालन को लेकर कोई दिशा- निर्देश जारी किए हैं। कुछ माह पूर्व सीएमएचओ कार्यालय बीकानेर से इन एम्बुलेंस के संचालन को लेकर सम्बंधित सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को एक पत्र भी जारी किया गया था जिसमें एम्बुलेंस के संचालन व रखरखाव को लेकर जानकारी मांगी गई थी। ग्रामीण अस्पतालों के पास है टोटा-महाजन, जैतपुर, खियेरा सहित क्षेत्र के जिन ग्रामीण अस्पतालों में जनप्रतिनिधियों ने एम्बुलेंस देने की घोषणा की है वहां इनके संचालन को लेकर बजट का टोटा नजर आ रहा है।

भामाशाह आगे नहीं आए

मंत्रियों व विधायकों द्वारा दी जा रही एम्बुलेंस का सफल संचालन तभी सम्भव था जब भामाशाह इन वाहनों को गोद लेते। महाजन, जैतपुर आदि में ऐसे कोई भामाशाह आगे नहीं आए थे जो एम्बुलेंस के संचालन का जिम्मा ले सके। चिकित्सा विभाग भी एम्बुलेंस संचालन की जिम्मेदारी तय होने के बाद ही वाहन उपलब्ध करवाने के मूड में था।

इनका कहना है

चिकित्सा प्रभारी एनकलगी। उच्चाधि प्रभा को लिखकर दे दिया था कि एम्बुलेंस का संचालन सम्भव नहीं है एवं महाजन में जरूरत नहीं है। हमने दुबारा प्रयास किए परन्तु अब वाहन मिलना सम्भव नजर नहीं आ रहा है।

डॉ. करणपाल लॉयल, चिकित्सा प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र महाजन

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