बीकानेर, शहर कांग्रेस अध्यक्ष को नियुक्ति के बाद अब नगर विकास न्यास चैयरमैन और जिला देहात कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति की लेकर बीकानेर का सियासी पारा गरमाया हुआ है। हालांकि यह दोनों ही नियुक्तियाँ इसी सप्ताह होनी तप मानी जा रही थी लेकिन सीएम अशोक गहलोत समेत सता और संगठन के रणनीतिकार फिलहाल कायस की जयपुर में आयोजित होने जा रही राष्ट्रीय को सफल बनाने की तैयारियों में जुट गये हैं। ऐसे में बीकानेर के न्यास चैयरमेन और देहात कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति अब जयपुर में महगाई रैली के बाद होगी सबसे ज्यादा खींचतान नगर विकास न्यास चैयरमेन की नियुक्ति को लेकर चल रही है।
न्यास चैयरमेन के रूप में किसी अल्पसंख्यक नेता को नियुक्ति दिये जाने की मांग को लेकर बीकानेर कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं का एक शिष्टमंडल तीन दिन से जयपुर में डेरा डाले हुए बैठा है। जो सीएम हाउस लेकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय तक सक्रियता दिखा रहे है। इन नेताओं में पूर्व न्यास चैयरमेन जी मकसूद अहमद वृत्तरिष्ठ कांग्रेस नेता अब्दुल मजीद खोखर, पूर्व उप महापौर हारून राठौड़ प्रमुख रूप से शामिल है। जिन्होंने बीकानेर न्यास चैयरमेन पद पर किसी मुस्लिम चेहरे की नियुक्ति दिये जाने का दबाव बना रखा है। पता चला है कि यह नेता लगातार सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात का प्रयास कर रहे है लेकिन कांग्रेस रैली को सफल बनाने की तैयारियों में जुटे सीएम अशोक गहलोत व्यस्तता के कारण किसी से नहीं मिल रहे है। इसके अलावा न्यास चैयरमेनशीप के प्रमुख दावेदार पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल शवर भी जयपुर में लगातार सक्रिय है। जो सीएम अशोक गहलोत से लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव बैणू गोपाल से मुलाकात कर अपनी मोचाबंदी मजबूत कर चुके हैं। इस बीच न्यास चैयरमेनशिप के दावेदारों में शनिवार को एक और नाम प्रमुखता से जुड़ गया है। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों को माने तो कांग्रेस नेता दिलीप बांठिया भी न्यास चैयरमेनाशप की दावेदारी के लिये जोर आजमाइस में जुटे है। लेकिन कथित रूप से क्रिकेट बुकियों को जमात में शामिल होने के कारण इनकी दावेदारी को ज्यादा तरजीह नहीं दी जा रही है। यही न्यास चैयरमेनशिप के प्रमुख दावेदार रहे चरित्र नेता गोपाल गहलोत का नाम इसलिय फ्लॉप हो चुका है क्योंकि यशपाल गहलोत को शहर की अध्यक्ष की कमान सौंपी जा चुकी है। इनके अलावा सुशील थिरानी रमेश अग्रवाल कालू और इकबाल समेजा का नाम भी दावेदारों के लिस्ट में सामने आये थे। लेकिन इनका जुड़ाव कांग्रेस की लॉबी से होने के कारण तीनों की दावेदारों को निरस्त कर दिया गया है। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों की मानें तो न्यास के लिये कन्हैयालाल की दावेदारी को फिलहाल
एक नंबर पर माना जा रहा है। लेकिन के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि बीकानेर में न्यास चैयरमेन के रूप में किसी ऐसे चेहरे की नियुक्ति होगी जिसका नाम अभी तक सुर्खियों में नहीं आया है। देहात कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर खींचतान
इधर शहर कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पूर्व अध्यक्ष यशपाल गहलोत को नियुक्ति के बाद दे देहात कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर सियासी गुत्थी अभी तक उलाशी हुई है। हालांकि कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का करना है कि देशात कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पूर्व अध्यक्ष से लक्ष्मण कड़वासरा के नाम पर मोहर लगना है पर इस दौड़ में कई युवा शामिल हैं शिवलाल गोदारा बिसना राम सियाग इसके लिये अब कैबिनेट मंत्री गोविन्दराम मेगवाल द्वारा अनुशंषा किया जाना है। एक अडचन यह भी आ रही है कि लक्ष्मण कड़वासरा के नाम को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर टूढ़ी और उनसे जुड़ी लॉबी के नेताओं ने कड़ा विरोध दर्ज करवा रखा है।