बीकानेर, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् की चार सदस्य पीयर रिव्यू टीम वेटरनरी विश्वविद्यालय के तीनों संघटक महाविद्यालयों के विभिन्न विभागों एवं ईकाइयों का दिनांक 1 से 5 दिसम्बर तक अधिस्वीकरण के लिए निरीक्षण एवं समीक्षा करेगी। असम कृषि विश्वविद्यालय, जोरहट के पूर्व कुलपति डॉ. के.एम. बजरबरूआ के नेतृत्व में पहुंची टीम में डॉ. एम.के. नारायनन, निदेशक उद्यमिता, पशुचिकित्सा एंव पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, केरल, डॉ. मनदीप शर्मा, अधिष्ठाता वेटरनरी महाविद्यालय, हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर, डॉ. एम.के. अग्निहोत्री, वरिष्ठ वैज्ञानिक, शिक्षा विभाग, आई.सी.ए.आर. शामिल हैं। कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने बताया की टीम के सदस्य पांच दिन तक वेटरनरी विश्वविद्यालय के तीनों संघटक महाविद्यालयों बीकानेर, जयपुर और वल्लभनगर (उदयपुर) परिसरों का भ्रमण कर सभी विभागों में शैक्षणिक, अनुसंधान और प्रसार गतिविधियों का आकलन कर समीक्षा रिपोर्ट तैयार करेंगे। इसके आधार पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा विश्वविद्यालय का पांच वर्षों के लिए अधिस्वीकरण किया जाकर सभी प्रकार की वित्तीय सहायता और योजनाओं को मंजूरी दी जा सकेगी।
गाढ़वाला में आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन
बीकानेर 30 नवम्बर। वेटरनरी विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा यूनिवर्सिटी-सोशल रिस्पोसिबिलिटी के तहत गोद लिए गांव गाढ़वाला में मंगलवार को आयुर्वेद विभाग, बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। आयुर्वेद विभाग, बीकानेर के चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेन्द्र बिश्नोई के निर्देशन में शिविर का आयोजन किया। शिविर में 91 ग्रामीणवासियों का उपचार किया गया जिसमे वरिष्ठ नागरिक, महिलाएं एवं पुरूष शामिल थे। शिविर के सह प्रभारी डॉ. जितेन्द्र सिंह भाटी ने ग्रामवासियों को प्रमुख मौसमी बीमारियों जैसे डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया इत्यादि के बचाव एवं उपचार के बारे में जागरूक किया। इस शिविर के आयोजन में जिला आयुर्वेद विभाग, बीकानेर के राम खिलाड़ी प्रजापति नर्सिंग कार्मिक, विपिन कुमार, सरपंच प्रतिनिधि मोहनलाल का सहयोग रहा। विचकित्सा शिविर का प्रबंधन डॉ. नीरज कुमार शर्मा, समन्वयक युनिवर्सिटी सोशल सिस्पोसिबिलिटी, राजुवास, बीकानेर के द्वारा किया।