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बीकानेर शहर की सफाई व्यवस्था निगम के स्वास्थ्य अधिकारी पद में उलझी हुई है। निगम में स्वास्थ्य अधिकारी पद को लेकर चल रहे घमासान का असर है कि पिछले तीन महीनों में हर महीने नया स्वास्थ्य अधिकारी सामने आ रहा है। इस पद को लेकर शतरंज खेल की तरह शह और मात देने का काम भी चल रहा है। मामला डीएलबी तक पहुंचा हुआ

है तो इसमें महापौर की भी प्रत्यक्ष भागीदारी बनी हुई है। अधिकारी हर महीने नए स्वास्थ्य अधिकारी के लिए आदेश जारी करने के सिवाय कुछ नहीं कर पा रहे है। बताया जा रहा है कि सितंबर में ओम प्रकाश जावा के स्थान पर अशोक कुमार व्यास को स्वास्थ्य अधिकारी का दायित्व सौंपा गया। अक्टूबर में व्यास ने काम किया। वहीं नवंबर में अशोक व्यास के स्थान पर उपेन्द्र मीणा को स्वास्थ्य अधिकारी का कार्यभार सौंप दिया है।

अब मीणा को दायित्व

स्वास्थ्य अधिकारी पद को लेकर ओम प्रकाश जावा व अशोक कुमार व्यास में चली खींचतान ने निगम अधिकारियों की चिंता बढ़ाई। व्यास
वर्तमान में अस्वस्थ हैं व स्वास्थ्य लाभ ले रहे है। इस बीच निगम आयुक्त ने एक आदेश जारी कर सहायक अभियंता एसबीएम उपेन्द्र
मीणा को निगम स्वास्थ्य अधिकारी का कार्य सम्पादित करने के आदेश जारी कर दिए। आयुक्त ने इस आदेश
से न केवल जावा और व्यास में चल रही थी स्थान को विराम देने का प्रयास किया है बल्कि महापौर को भी राजी रखने का काम किया है

सफाई कार्यों पर ध्यान नहीं

निगम में बार-बार बदल रहे स्वास्थ्य अधिकारी का सीधा असर शहर की सफाई व्यवस्था पर पड़ रहा है। कार्यभार संभाल रहे प्रत्येक स्वास्थ्य अधिकारी का ध्यान शहर की सफाई व्यवस्था से कहीं अधिक अपने से कार्यभार छिनने की तरफ लगा रहता है। यह स्थिति सितंबर से बनी हुई है। सफाई कार्यों की न प्रभावी मॉनिटरिंग हो रही है और ना ही साधन — संसाधनों के उपयोग पर ध्यान दिया जा रहा है। जगह-जगह कचरे की ढेरियां नजर आ रही है।

चल रही शह और मात की स्थिति

निगम में स्वास्थ्य अधिकारी पद को लेकर प्रत्यक्ष रूप से शह और मात देने की स्थिति बनी हुई है। निगम के स्वच्छता निरीक्षकों में भी दो धड़े बने हुए है। स्वास्थ्य अधिकारी पद के दो दावेदारों में आपसी खींचतान सार्वजनिक हो चुकी है। डीएलबी की ओर से ओम प्रकाश जावा को स्वास्थ्य अधिकारी पद से हटाने और निगम आयुक्त की ओर से अशोक कुमार व्यास को स्वास्थ्य अधिकारी पद का दायित्व देने के बाद से इस पद को लेकर घमासान जारी है। इस मामले में निगम महापौर,अशोक कुमार व्यास को स्वास्थ्य अधिकारी बनाने पर नाराजगी जताने के साथ यूओ नोट जारी कर व्यास के स्थान पर किसी अन्य को स्वास्थ्य अधिकारी बनाने की बात कह चुकी है। निगम प्रशासन ने खींचतान को समाप्त करने के लिए अब तीसरे कर्मचारी को स्वास्थ्य अधिकारी बनाया है।

एचओ के दो पद,दोनों रिक्त

नगर निगम में स्वास्थ्य अधिकारी के दो पद स्वीकृत है। इन दोनों पदों पर स्थाई रूप से स्वास्थ्य अधिकारी नियुक्त नहीं है। ऐसे में निगम प्रशासन कभी स्वच्छता निरीक्षक को तो कभी अभियंता और राजस्व अधिकारी को इस पद का दायित्व सौंपकर कार्य चल रहा है।

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