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बीकानेर,संविधान दिवस के अवसर पर महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित द्वारा अपने निवास पर वाल्मीकि समाज एवं नगर निगम के सफाईकर्मियों के बीच शिक्षा की अलख जगाने एवं शिक्षा का महत्व बताने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की विशेषता यह रही की कार्यक्रम में मंचस्थ सभी अतिथि महिला थी। अतिथियों के रूप में इग्नू में संस्कृत की प्रोफेसर श्रीमती कौशल पंवार, सफाईकर्मी से हाल ही में राजस्थान प्रशासनिक सेवा में चयनित आशा कंडारा,निर्वाचित पार्षद श्रीमती दर्शना चांवरिया,मनोनित पार्षद श्रीमती निर्मला बलवेश चांवरिया,भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीमती सुमन छाजेड़ एवं पार्षद श्रीमती सुधा आचार्य मौजूद रहे।
महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने दिल्ली से पधारी संस्कृत प्रोफेसर कौशल पंवार का अभिनंदन महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित संस्कृत रामायण देकर किया साथ ही सभी अतिथियों का स्वागत शॉल एवं साफा पहनाकर किया गया । वरिष्ठ भाजपा नेता गुमान सिंह राजपुरोहित ने सभा में उपस्थित सफाईकर्मी एवं वाल्मीकि समाज के प्रबुद्धजनों को संबोधित करते हुए शिक्षा के महत्व पर चर्चा की । राजपुरोहित ने बताया की किन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद श्रीमती कौशल पंवार ने संस्कृत जैसे कठिन विषय में पीएचडी कर देश के बड़े विश्वविद्यालयों में से एक इग्नू में प्रोफेसर का कार्य कर रही हैं। राजपुरोहित ने आशा कंडारा के शिक्षा एवं कठिन परिश्रम से सफाई कर्मी से राजस्थान के सबसे उच्च प्रशासनिक पद पर चयन होने के सफर से सभिंको प्रेरणा लेने की बात कही। गुमान सिंह ने कहा की बाबा साहेब आज भी हम सबमें मौजूद है हर वह व्यक्ति जो अनुसूचित समाज के उत्थान के लिए प्रयासरत है वह बाबा साहेब है।
कौशल पंवार ने महापौर एवं गुमान सिंह का आभार जताते हुए समाज के उत्थान हेतु नगर निगम के जरिए किए गए कार्यों की प्रशंसा की। कौशल पंवार ने समाज में फैली कुरीतियों को दूर कर अपने बच्चों को शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करने की बात कही।
इस दौरान समस्त वाल्मीकि समाज से विनोद चावरिया, ज्ञान प्रकाश बारासा,
सुनील जावा ,सतीश चागरा, सुभाष बारासा, शिवलाल तेजी मोहन जावा, गजराज चावरिया, विनोद जावा ,रतनलाल चावरिया, हुकमचंद जावा, विरसा पंडित ,घनश्याम लोहिया, जगदीश सोलंकी, सुभाष वाल्मीकि आदि ने महापौर, कौशल पंवार तथा आशा कंडारा को 21 किलो पुष्प माला पहनाकर अभिनंदन किया। वाल्मीकि समाज द्वारा महापौर, कौशल पंवार तथा आशा कंडारा को चुनरी और प्रतीक चिन्ह देकर वाल्मीकि समाज के उत्थान हेतु आभार प्रकट किया।
महापौर ने वाल्मीकि समाज का आव्हान करते हुए कौशल पंवार एवं आशा कंडारा से प्रेरणा लेकर अपने बच्चों को शिक्षा की ओर अग्रसर करने की अपील की। महापौर ने कहा की अगर कोई भी वाल्मीकि समाज से छत्र या छात्रा अगर आगे बढ़ना चाहे तो नगर निगम के माध्यम से चाहे छात्रवृत्ति हो या जरूरत पड़ने पर भामाशाहों की सहायता से राशि उपलब्ध करवानी हो मैं हमेशा समाज के लिए तैयार हूं।
कार्यक्रम का संचालन किशोर सिंह राजपुरोहित तथा गोपाल जोशी ने किया।

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