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बीकानेर. धोखाधड़ी के मामले में वांछित आरोपी को दस्तयाब कर जामसर थाने ला रहे पुलिसकर्मी रास्ते में गाड़ी मालिकों के आपसी विवाद के कारण पिट गए। आरोपी को जिस गाड़ी में पुलिस लेकर आ रही थी, वह गाड़ी आरोपी ने जामसर के व्यक्ति से खरीद कर रखी थी, जिसका विवाद था।
जामसर पुलिस बकरी खरीद के मामले में कोलायत थाना क्षेत्र के खारिया पतावतान निवासी खिंयाराम उर्फ देवीलाल (४९) पुत्र भोमाराम नायक को दस्तयाब कर ला रहे थे। पुलिस टीम ने आरोपी से पिकअप गाड़ी को बरामद किया, जिस गाड़ी से वह उपयोग में लेता था। आरोपी खिंयाराम एवं गाड़ी के पहले मालिक जामसर थाना क्षेत्र निवासी पप्पूराम उर्फ हरजीतलाल पुत्र मुकनलाल से रुपयों के लेन-देन को लेकर विवाद है। विवाद की सूचना पुलिस को नहीं थी। जामसर एसएचओ पवन कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी खिंयाराम ने तीन महीने पहले पप्पूराम से पिकअप गाड़ी दो लाख ६५ हजार रुपए में खरीदी थी। एक लाख ५० हजार रुपए पहले दे दिए थे और शेष एक लाख १५ हजार रुपए गाड़ी के कागजात नाम कराने पर देने का तय हुआ था। खिंयाराम ने यह गाड़ी अपनी पत्नी सुमनदेवी के नाम से खरीदी थी, जिसका इकरारनामा भी है।

रुपयों का विवाद था तो पप्पूसिंह ने इस संबंध में पुलिस में किसी तरह का परिवाद नहीं दे रखा था और ना ही कोई मुकदमा दर्ज करवा रखा था।
नोखड़ा टोल पर रोकी गाड़ी

एसएचओ ने बताया कि पिकअप गाड़ी में फास्टटेग लगा था। गाड़ी जब जोधपुर से रवाना हुई तो रास्ते में फास्टेट कटा, जिससे गाड़ी के पहले मालिक को पता चल गया। उसने नोखड़ा टोल पर अपने परिचित को फोन कर गाड़ी रुकवाने को कहा। उसने कहा कि उसकी गाड़ी चोरी हो गई जो अभी टोल की तरफ आ रही है, जिसे रुकवा लिया जाए। टोल कार्मिकों ने पिकअप गाड़ी को रुकवा लिया। बाद में गाड़ी की चाबी निकाल ली तथा गाड़ी चला रहे कांस्टेबल भगवानाराम के साथ मारपीट की।

पांच नामजद व दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज
एएसआइ ग्यारसीलाल की रिपोर्ट पर टोलकर्मी विक्रमङ्क्षसह, पदमसिंह, खेतुसिंह, छोटू गिरी, डूंगरराम एवं दो-तीन अन्य के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने, ड्यूटी पर कार्यरत पुलिस जवानों के साथ मारपीट करने व वर्दी फाडऩे के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। वहीं कांस्टेबल भगवानाराम व ग्यारीसलाल का बुधवार को मेडिकल मुआयना कराया गया।
इस मामले में खिंयाराम को पकड़ा

जामसर थाने में एक सितंबर को मालासर निवासी रामेश्वरलाल नायक ने रिपोर्ट दी कि उसके कई साथियों से खिंयाराम ने करीब ३०० भेड़ें व बकरियां खरीद की। कुछ रुपए दिए और शेष रुपए बाद में देने का कहा लेकिन बाद में रुपए नहीं दिए। इस पर पुलिस ने धारा ४20 में मामला दर्ज किया था। इसी मामले में पुलिस ने आरोपी को पिकअप सहित मंगलवार को जोधपुर के देचु से दस्तयाब किया था। आरोपी को दस्तयाब करने में एएसआइ ग्यारसीलाल, कांस्टेबल भगवानाराम, दिलावर, साइबर सेल के दलीपसिंह की मुख्य भूमिका रही।

दो महीने से पुलिस को थी तलाश
एसएचओ सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ कोलायत व बज्जू में भी धोखाधड़ी के सात-आठ प्रकरण दर्ज है। जामसर पुलिस को भी दो महीने से तलाश थी। आरोपी गिरफ्तारी के डर से बार-बार ठिकाना बदल कर फरारी काट रहा था।
इनका कहना है

जामसर पुलिस आरोपी खिंयाराम एवं गाड़ी को जोधपुर जिले के देचु से दस्तयाब कर ला रही थी। नोखड़ा टोल नाके पर कांस्टेबल व एएसआई के साथ टोलकार्मिकों ने मारपीट की। प्रथमदृष्टया जांच में पता चला है कि पुलिस जिस गाड़ी को जब्त करके ला रही थी वह गाड़ी आरोपी ने जामसर के पप्पूराम से खरीद की थी, जिसका रुपयों के लेने-देन को लेकर विवाद था। इसी के चलते विवाद हुआ और टोल कार्मिकों ने सादा वर्दीधारी पुलिस जवानों के साथ मारपीट कर ली।
योगेश यादव, पुलिस अधीक्षक

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