र्बीकानेर. राजस्थान सरकार द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष 2022-23 में अलग से कृषि बजट तैयार कर प्रस्तुत किया जाएगा। प्रदेश के कृषि विकास, अनुसंधान तथा उच्च शिक्षा के विस्तार में कृषि विभाग के साथ साथ राज्य के कृषि विश्वविद्यालयों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहता है। इसी संदर्भ में स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरपी सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। कुलपति ने बताया की आगामी कृषि बजट में सम्मिलित करने हेतु उचित एवं उपयोगी नवीन प्रस्ताव तैयार करने में कृषि विश्वविद्यालय की सक्रिय भूमिका वांछित है और कृषि विश्वविद्यालय कई क्षेत्रों में किसानों के लिए उपयोगी योजनाएं प्रेषित कर राजस्थान राज्य के समग्र कृषि
विकास में योगदान देने को तत्पर है जैसे की जल संरक्षण व जल उपयोग में दक्षता, कृषि से संबंधित वर्तमान में आ रही चुनौतियां, उन्नत संकर आ किस्मों का विकास एवं बीज उत्पादन, समस्याग्रस्त जल व मृदा में सुधार, फसलों की देसी किस्म का संरक्षण खेजड़ी, कैर सांगरी आदि हेतु प्लांट मैटेरियल एवं सस्ती सुलभ तकनीकों का विकास करना है। स्थानीय फलों के प्रसंस्करण तकनीक का विकास, किसानों को प्रशिक्षण स्वरोजगार आदि के द्वारा क्षेत्र को
प्रोत्साहित करना आदि पर गहन चर्चा की। नवीन योजनाओं हेतु वित्तीय संसाधनों स्त्रोत ए राज्य सरकार के सहयोग के पूर्ण विवरण व आकलन पर चर्चा की गई। विश्वविद्यालय के क्षेत्र में एवं किसानों की जरूरत के अनुसार प्रोजेक्ट्स 25 तक तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया है। बैठक में समस्त डीन डायरेक्टर्स सहित कुलसचिव कपूर शंकर मान, विशेषाधिकारी इंजी विपिन लड्ढा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
7