Trending Now




बीकानेर,खाजूवाला विधायक गोविन्द मेघवाल का नाम भी प्रमुखता से सामने आया है। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के अनुसार विधायक गोविन्दराम मेघवाल को मंत्री मंडल में शामिल किया जा सकता है। मेघवाल को मंत्री मंडल में शामिल किये जाने की संभावना को देखते हुए बीकानेर के दोनों मंत्रियों डॉ बोडी कला और भवरसिंह भाटी के खेमों में हलचल सी मची हुई है। जानकारी में रहे कि विधायक गोविन्द मेघवाल फिलहाल प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष होने के साथ सीएम अशोक गहलोत के करीबी है। विधायक मेवाल के मंत्री बनने की राह में सबसे बड़ी बाधा ये है कि बीकानेर से तीन में दो विधायक पहले गहलोत मंत्रिमंडल शामिल है। जबकि प्रदेश के एक बीकानेर। गहलोत सरकार के मंत्री मंडल दर्जन जिले भी है, जहां से एक भी मंत्री विस्तार को लेकर चल रही सिपासी गरमाहट नहीं है। दरअसल, बीकानेर की सात

इसलिये मजबूत मानी जा रही दावेदारी

बीकानेर संभाग में गोविन्द पेमवाल से पहले राज्य की राजनीति में दलित नेता के रूप में दिवंगत फैबिनेट मंत्री भंवर लाल मेघवाल का बड़ा स्थान था। उनके निधन के बाद से दलित नेता की तलाश की जा रही है। गोविन्द न सिर्फ दलित नेता है, भल्कि उसी संभाग से आते है, जिससे भवरलाल आते थे। इसलिए गोबिन्द मेघवाल की दावेदारी काफी मजबूत है। पिछले दिनों छटों में उपाध्यक्ष का पद भी इसी कारण मिला था। तेजतर्रार नेता गोविन्द पश्चिमी राजस्थान में दलित वोटों पर प्रभाव डाल सकते हैं। वो भाजपा के दलित नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल का भी विकल्प है। पंचायत चुनावों में उन्होंने अर्जुनराम के बेटे को हराया था गोविन्द कांग्रेस में गहलोत के इर्द ही नजर आते है। मौकानेर में पिछले दिनों हुए आए गहलोत की श्रीहूंगरगढ़ सभा में भी वो काफी सक्रिय रहे। इससे पहले भी वो हर बार गहलोत के साथ खड़े नजर आए।

दोनों मंत्रियों में से एक को भी हटाना आसान नहीं

विधायक मेघवाल के मंत्री बनने सबसे यह है कि मंत्री मंडल फेरबदल में कैबिनेट मंत्री डॉ. बी.डी. कला और उच्च शिक्षामंत्री भंवरसिंह भाटी को हटाना भी आसान नहीं है। इनमें डॉकालोत सरकार के प्रभावशाली मंत्री है और घंवर सिंह भाटी लगातार दो जीत दर्ज करवाने के बाद मंत्री बने है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार सीएम अशोक गहलोत गोविन्द मेघवाल का कद बढ़ाना चाहते है। ऐसे में आशंका है कि डॉ. और भवर सिंह भाटी में से एक को मंत्री पद से हटाकर संगठन में बड़ा पद दिया जा सकता है।

विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने तीन पर जीत दर्ज की थी। इसमें डॉ. बी.डी. काला ने बीकानेर पश्चिम, भंवर सिंह भाटी श्रीकोलायत और गोविन्द मेघवाल खाजूवाला से जीते थे। डॉ. कल को केबिनेट मंत्री और भाटी को राज्यमंत्री बना दिया गया। अब पहली बार हो रहे फेरबदल में तीसरे विधायक और दलित

नेता गोविन्द मेघवाल का नाम सामने आ रहा है। संकट ये है कि एक ही जिले से तीन विधायक मंत्री बनने पर दूसरे जिलों के विधायक आपत्ति कर सकते है। खासकर उन जिलों के विधायक, जहाँ से अब तक एक भी मंत्री नहीं है। ऐसे करीब एक दर्जन जिले हैं।

इनके नाम भी सुर्खियों में आये

मंत्री मंडल विस्तार में रामलाल जाट, बृजेंद्र सिंह ओला, हेमाराम चौधरी, नरेंद्र बुडानिया के नाम चर्चा में है। निर्दलीय महादेव सिंह खंडेला का नाम भी दावेदारों में है। रघु शर्मा की जगह राजेंद्र पारीक, महेश जोशी, राजकुमार शर्मा का नाम भी सुर्ख़ियों में आया है।

Author