बीकानेर नगर निगम के नए व आधुनिक भवन का निर्माण कागजों और घोषणाओं तक सीमित है। महापौर पिछले दो साल से निगम के नए भवन की घोषणा अपने बजट अभिभाषण में कर रही है। करीब दो
साल बाद भी इस नए भवन की अब तक न डीपीआर बनी है और ना ही काम शुरू हुआ है। वित्तीय वर्ष 2020-21 के प्रस्तावित बजट निगम कार्यालय भवन के लिए पांच करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान होने के बाद भी इसका काम सिरे नहीं चढ़ पाया। वहीं महापौर ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट अभिभाषण में इसे फिर शामिल किया। करीब 21 महीनों के बाद भी निगम कार्यालय के नए भवन के लिए अब तक एक ईंट भी नहीं लग पाई है।
पहले बजट में पांच करोड़ की बात, दूसरे बजट में स्थान का नाम
निगम महापौर ने अपने महापौर कार्यकाल के पहले बजट में बजट अभिभाषण के प्रथम पृष्ठ पर दूसरे पेरेग्राफ में निगम कार्यालय के नए भवन का प्रमुखता से उल्लेख किया।
भवन निर्माण के लिए वर्ष 2020-21 में प्रस्तावित राशि पांच करोड़ रुपए का प्रावधान बजट में किए जाने की बात भी अभिभाषण में कही गई। वहीं वर्ष 2021-22 में महापौर ने अपने कार्यकाल के दूसरे बजट अभिभाषण में पृष्ठ संख्या 9 बिन्दू संख्या 26 पर निगम कार्यालय भवन का फिर उल्लेख किया और कहा कि नए भवन के लिए पंडित दीन दयाल सर्कल स्थित निगम के क्षेत्रीय कार्यालय भवन चिह्नित किए जाने की बात कही। साथ ही एक महीने में डीपीआर तैयार करने की भी घोषणा की थी।
दो साल, घोषणाओं पर सवाल
राष्ट्रीय उच्च मार्गों पर नगरीय सीमा पर बीकानेर प्रवेश द्वार का हैरिटेज शैली में निर्माण नहीं
पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों पर पब्लिक रीडिंग एरिया विकसित करने के लिए बैठने के लिए नहीं लगी बैंच
निगम की समस्त पत्रावलियों का डिजिटाईजेशन का काम शुरू ही नहीं
चिल्ड्रन पार्कके लिए अब तक सिरे नहीं चढ़ा काम
फिट इंडिया अभियान के तहत विभिन्न स्थानों पर इंडोर स्टेडियम को लेकर कोई कार्य नहीं
बीकानेर शैली व आधुनिक सुविधाएं
वर्ष 2020-21 के बजट अभिभाषण में निगम के नए बादी वर्षा जल संरक्षण प्रावधान,अनुभागों के लिए हॉलनुमा कक्ष, ऑडियो वीडियो की सुविधा, सभा भवन,ऑडिटोरियम, पार्षद हॉल,समिति अध्यक्षों, नेता प्रतिपक्ष, कार्मिक कल्याण समिति कक्ष, मनोरंजन व खेलकूद इंडोर हॉल, निगम विश्राम भवन आदि सुविधाओं की बात कही गई थी। वहीं वर्ष 2021-22 के बजट अभिभाषण में वातानुकूलित भवन, वृहद सभा भवन, दर्शक दीर्घा, पदाधिकारियों, • अधिकारियों के लिए कक्ष, सभी अनुभागों के लिए हॉल, आमजन की सुविधा के लिए हेल्पलाइन सेंटर, कॉल सेंटर, पार्किंग आदि सुविधाओं के होने की बात कही गई।