जयपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में मंगलवार रात हुई केबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक में चार मंत्रियों के बीच हुई तकरार से खींचतान खुलकर सामने आ मैं गई। जोहड़ की जमीनों में पट्टे देने * का मामला अटका शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को लेकर कहा कि यहां काम अटके पड़े हैं, किससे कहें। चौधरी पंजाब के प्रभारी हैं, ऐसे में वे वहीं से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़े थे। उन्होंने कहा कि मैं कहीं भी रहूं… आप तो काम बताओ। जरूरत होगी तो चार्टर से तुरंत आ जाऊंगा।
इसी बीच कृषि मंत्री लालचंद कटारिया और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने भी राजस्व महकमे में काम अटकने का मामला उठाया। इससे तकरार बढ़ गई और मुख्यमंत्री ने मोर्चा संभालकर सभी को शांत कराया। सूत्रों के मुताबिक प्रशासन गांवों के संग अभियान में ग्रामीणों को पट्टे देने का काम चल रहा है, लेकिन जोहड़ की जमीनों में पट्टे जारी करने को लेकर कानूनी अड़चन बताई जा रही है। बैठक में जब शिविरों की समीक्षा को लेकर चर्चा शुरू हुई तो सबसे पहले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को लेकर कह दिया कि प्रशासन गांवों के संग अभियान में सबसे ज्यादा राजस्व विभाग के मामले लंबित चल रहे हैं। जोहड जमीनों में पट्टे नहीं मिल रहे।
चौधरी ने दिखाए तेवर
डोटासरा हमलावर हुए तो राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने पलटवार कर कहा कि आप तो काम बताएं, मैं यहीं से सबकुछ कर दूंगा। मैं कहीं भी रहूं इससे फर्क नहीं पड़ता। दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इसी बीच इस बीच कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने जोबनेर में काम नहीं होने तो रघु शर्मा ने अपने क्षेत्र के राजस्व के लंबित मामलों को उठा दिया। इन मंत्रियों ने पट्टों में अड़चन का मामला • उठाया तो राजस्व विभाग के अधिकारियों ने केबिनेट में मामला ले जाने की बात कही।
छह माह पहले भिड़े थे डोटासरा धारीवाल
केबिनेट की बैठक में ही करीब छह माह पहले गोविंद सिंह डोटासरा की नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल से तीखी नोकझोंक हुई थी। दोनों में विवाद केंद्र सरकार से पर्याप्त वैक्सीन नहीं मिलने के मुद्दे पर सभी मंत्रियों को कलक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने की बात पर विवाद हुआ था। धारीवाल ने मंत्रियों के ज्ञापन नहीं देने की बात कही थी।