बीकानेर। पीबीएम अस्पताल के मर्दाना और चुन्नीलाल सोमानी राजकीय ट्रोमा सेंटर में लाखों की लागत से लगाई लिफ्टें शो-पीस बन कर रह गई है। मर्दाना अस्पताल में रोजाना तीन बजे तक लिफ्ट चलती है। ट्रोमा सेंटर में दो साल से लिफ्ट बंद पड़ी है। ऐसे में मरीजों को परिजन गोद में उठाकर ले जाते है अथवा सीढिय़ों या रेम्प से चढऩा-उतरना पड़ता है। अस्पताल प्रशासन उनकी रखरखाव भी नहीं कर पा रहा है।
मर्दाना में ई वार्ड की तरफ जाने वाली गैलरी और ऑपरेशन थियेटर को जाने वाली सीढिय़ों के पास लिफ्ट लगी हुई है। यह लिफ्ट बंद है जबकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि यह लिफ्ट सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक ही चलाई जाती है। ट्रोमा सेंटर में लगी लिफ्ट में खराब है जो उपयोग में नहीं ली जा रही है। हालात यह है कि घायलों को ट्रॉलियों से रेम्प से ले जाना पड़ रहा है। ट्रॉलियां नहीं मिलने पर परिजन बाहों में उठाकर ले जाते हैं।
मर्दाना में मनमर्जी से चलती लिफ्ट
जानकारी के मुताबिक मर्दाना में मनमर्जी से लिफ्ट चलती है। सुबह ऑपरेशन थियेटर में काम होने तक कर्मचारी चलाते हैं। तीन बजे बाद लिफ्ट को बंद कर दिया जाता है। सूत्र बताते हैं कि दोपहर तीन बजे बाद लिफ्ट में सामान ढोया जाता है। ऑक्सीजन सिलेंडर, दवा, ग्लूकोज सहित अन्य सामान ले जाते हैं। इस कारण अस्पताल प्रशासन तीन बजे बाद लिफ्ट को बंद कर देता है। विडम्बना है कि अस्पताल प्रशासन लिफ्ट से सामान ढोने वालों को पाबंद करने के बजाय लिफ्ट बंद कर मरीजों की परेशानी बढ़ा रहा है।
दो-तीन बार लिफ्ट में फंस गए थे मरीज-परिजन
सूत्र बताते हैं कि ट्रोमा सेंटर में लगी लिफ्ट को सुचारु रुप से चलाने के लिए कोई कर्मचारी नहीं है, जिस वजह से उसे संचालित नहीं किया जा रहा है। मरीजों-परिजनों के लिफ्ट से जाते समय यह बीच मेंं बंद हो गई, जिससे मरीज-परिजन घबरा गए, जिन्हें एक-डेढ़ घंटे की मशक्कत से बाहर निकाला जा सका। इसके बाद से इस लिफ्ट को बंद कर दिया गया। वहीं जनाना में भी दो-तीन दिन लिफ्ट बंद थी। बताते हैं कि लिफ्ट की चौखट खराब हो गई थी, जिसे कंपनी के कर्मचारियों ने मंगलवार को दुरुस्त कर वापस चालू किया है।
इनका कहना है…
मर्दाना की लिफ्ट का सामान दिल्ली से आने के बाद ही सुचारु हो पाएगी। जनाना में एक दिन के लिए बंद हुई थी, जिसे कंपनी के कर्मचारी ने दुरुस्त कर दिया है, वह मरीजों के उपयोग के लिए चालू कर दी है। ट्रोमा सेंटर वाली किस वजह से बंद है, यह जानकारी में नहीं है।
संजय तिवाड़ी, ईएमडी प्रभारी पीबीएम अस्पताल