बीकानेर सरकार ने कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए नई प्राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना तो शुरू कर दी है लेकिन बीकानेर वासियों को अभी निजी अस्पतालों में इस योजना के तहत इलाज कराने की सुविधा नहीं मिली है। जबकि पूरे राज्य में 208 निजी अस्पतालों को इस योजना से जोड़ा जा चुका है।
बीकानेर की किसी भी निजी अस्पताल को आरजीएचएस में सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को निशुल्क इलाज कराने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है जिससे आरजीएचएस से जुड़े कर्मचारियों और पेंशनरों को केवल सरकारी अस्पतालों पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है। सरकारी अस्पतालों की हालत ये है कि सीनियर सिटीजन व पेंशनरों को भी लंबी लाइनों में
चिकित्सक को दिखाने के लिए घंटों खड़े रहना पड़ रहा है। हालांकि पेंशनरों तथा सीनियर सिटीजन के लिए जियरेटिक अस्पताल में भी दिखाने की व्यवस्था है लेकिन वहां भी लंबी कतारें लगने लगी है।
चार निजी दवा दुकानों पर भी मिलेगी निशुल्क दवाएं
बीकानेर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार की सभी मेडिकल दुकानों के अलावा चार अन्य निजी दुकानों को भी आरजीएचएस में निशुल्क दवाइयां देने के लिए अधिकृत किया गया है। इनमें कैंसर हॉस्पिटल के पास स्थित न्यू लाइफ सेविंग मेडिकल स्टोर शॉप नंबर 14, पीबीएम हॉस्पिटल के सामने फ्रेंड्स मेडिकल स्टोर शॉप नंबर 1, मेडिसिन सेंटर शॉप नंबर 5, सादुल गंज स्थित फ्रेंड्स मेडिकोज तथा पीबीएम परिसर स्थित शॉप नंबर 16 शामिल है।
पूरी दवाइयां नहीं मिल रही
कई आरजीएचएस से जुड़े कर्मचारियों तथा बुजुर्ग पेंशनरों ने बताया कि उन्हें एक ही दुकान पर सारी दवाइयां नही मिलती और न दुकानदार अब एनओसी ही दे सकते है ऐसे में उनके पास जो दवाइयां उपलब्ध होती है। वो तो दे देते है बाकी के लिए उन्हें एक दुकान से दूसरी दुकान के चक्कर काटने पड़ते हैं। विशेषकर बुजुर्ग पेंशनरों को इससे काफी परेशानी होती है। वैसे सरकार के निर्देश है कि इस योजना से जुड़े सभी मरीजों को सारी दवाइयां उपलब्ध कराई जाएं और अगर कुछ दवाइयां उपलब्ध नहीं है तो उसकी व्यवस्था कर दवाई दी जाएं। लेकिन फिलहाल इस योजना से जुड़े सरकारी कर्मचारी तथा पेंशनर दवाइयों के लिए परेशान हो रहे है।