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बीकानेर,पार्किंग और आपातकाल स्थिति में बचाव व सुरक्षा के दृष्टिकोण से इको भारत क्यूआर स्टीकर एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा। इको भारत क्यूआर स्टीकर के बारे में जानकारी देते हेतु सोमवार को होटल वृंदावन में स्टार्टअप के संस्थापक सदस्य सम्पत सारस्वत बामनवाली द्वारा एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए सम्पत सारस्वत बामनवाली ने बताया कि इको भारत क्यूआर स्टिकर एक स्मार्ट सेफ्टी क्यूआर कोड है जिसे वाहनों पर लगाया जाता है, ताकि आपातकालीन स्थिति में या पार्किंग की समस्याओं के दौरान त्वरित सहायता मिल सके। यह स्टिकर एक डिजिटल सुरक्षा कवच के रूप में काम करता है। वाहन पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करके आपातकालीन सेवाओं (पुलिस, एम्बुलेंस) और वाहन मालिक के परिवार के सदस्यों को तुरंत सूचित कर सकता है। अगर आपकी गाड़ी किसी की पार्किंग में बाधा डाल रही है, तो दूसरा ड्राइवर क्यूआर कोड को स्कैन करके आपको गाड़ी हटाने के लिए सूचित कर सकता है, जिससे अनावश्यक झगड़ों और तनाव से बचा जा सकता है। इको भारत के संस्थापक सम्पत सारस्वत बामनवाली ने बताया कि यह स्टार्टअप यह लोगों को सीधे संपर्क करने की सुविधा देता है, जिससे निजी फोन नंबर साझा करने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है। यूजर इस ऐप में अपनी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जानकारी (जैसे ब्लड ग्रुप) जोड़ सकते हैं, जो आपातकाल के दौरान सहायक हो सकती है। गुगल प्ले स्टोर से इको भारत ईको भारत एप इंस्टाल करके मात्र 30 सैकेंड में इस सक्रिय किया जा सकता है। सम्पत सारस्वत ने पत्रकारों को क्यूआर कोड स्कैन कर घरवालों तक सूचना प्रदान करने का लाइव डेमो भी दिया। इको भारत की वेबसाइट इकोभारत.को (www.ecobharat.co) या अधिकृत वितरकों से कार या बाइक के लिए स्टिकर किट खरीद सकते हैं।
सम्पत सारस्वत ने बताया कि वर्तमान में सङ़क दुर्घटना में रोजाना 474 जानें जा रही है। 201वीं लॉ कमीशन की रिपोर्ट अनुसार दुर्घटना के पहले एक घंटे में उपचार मिल जाए तो 50 प्रतिशत लोगो की जान बचाई जा सकती है। स्मार्ट क्यूआर स्टिकर के माध्यम से मिनटों में ईको भारत के माध्यम से परिजनों से संपर्क हो सकता है तथा नजदीकी एंबुलेंस व पुलिस स्टेशन को सूचित किया जा सकता है वो भी बिना अपनी पहचान सार्वजनिक किए। प्रेसवार्ता को प्रेमरतन तावनिया तथा गोपाल जोशी ने भी सम्बोधित किया।

*12 देशों में भ्रमण किया, रिव्यू लिए और 26 राज्यों में सक्रिय किया*
मूलत: बीकानेर निवासी और सूरत प्रवासी सम्पत सारस्वत बामनवाली ने बारह देशों में भ्रमण कर सड़क सुरक्षा संबंधी रिव्यू लिए और इको भारत स्टार्टअप शुरू किया। सारस्वत ने बताया कि दुर्घटनाओं को रोका नहीं जा सकता, लेकिन जागरुकता से उसके दुष्परिणामों को कुछ कम किया जा सकता है। समय पर सूचना मिलने से इलाज मिल सकता है और जान बच सकती है। गत 12 दिसम्बर को जयपुर में नवाचार दिवस पर स्टार्टअप कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। समारोह में इको भारत स्टार्टअप का प्रदेश के टॉप-10 स्टार्टअप में चयन किया गया। इको भारत स्टार्टअप के संस्थापक व सीईओ सम्पत सारस्वत बामनवाली को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा सम्मानित करते हुए 10 लाख रुपए की राशि प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान की गई। सारस्वत ने बताया कि इको भारत सङ़क सुरक्षा पर पूरे भारतभर में बहुत तेजी से अनूठा कार्य कर रहा है। सङ़क सुरक्षा के प्रयास को देखते हुए पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा इसी वर्ष प्रदेशभर मे अनिवार्य कर दिया गया था अभी वर्तमान मे ईको भारत देशभर के 26 राज्यों मे सक्रियता से कार्य कर रहा है, विभिन्न प्रदेश सरकारें समय समय पर प्रोत्साहित कर रही है।

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