












बीकानेर,राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा कुलगुरु डॉ. सुमंत व्यास की अध्यक्षता में मंगलवार को राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया गया। कुलगुरु डॉ. सुमंत व्यास ने अपने उद्बोधन में बताया कि चौधरी चरण सिंह ने अपना संपूर्ण जीवन भारतीयता और ग्रामीण परिवेश की मर्यादा में जिया। कुलगुरु डॉ. सुमंत व्यास ने बताया कि चौधरी चरण सिंह ने अपने कार्यकाल में कृषि क्षेत्र के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और किसानों के हितों में कई किसान हितैषी नीतियों का मसौदा तैयार किया था। वह एक ऐसे नेता थे जिन्होंने देश की संसद में किसानों की आवाज को बुलंद किया था। कुलगुरु डॉ. सुमंत व्यास ने चौधरी चरण सिंह की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा लिखित किताबों एवं प्रकाशनों का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव एवं किसान कल्याण नीतियों का भी जिक्र किया। निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूड़िया ने अपने स्वागत उद्बोधन में बताया कि यह दिन हमारे अन्नदाताओं की मेहनत, संघर्ष और समर्पण को याद करने का अवसर प्रदान करता है एवं किसान दिवस को मनाने का प्रमुख उद्देश्य किसानों के योगदान को सम्मान देना और समाज को उनके महत्व के प्रति जागरूक करना है। इस अवसर पर प्रो. धूड़िया ने विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (वी.बी.जी-रामजी) योजना को विस्तार से बताया। इस अवसर पर भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा (नई दिल्ली) द्वारा किसानों के साथ संवाद बैठक का प्रसारण हाईब्रिड मोड़ पर किया गया जिसमें कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भारत सरकार भागीरथ चौधरी का अभिभाषण प्रस्तुत किया गया साथ ही सचिव डेयर एवं महानिदेशक आई.सी.ए.आर. डॉ. एम.एल. जाट और सचिव कृषि एवं किसान कल्याण (भारत सरकार) देवेश चतुर्वेदी ने भी अपना उद्बोधन दिया जिसे विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं किसान भाई-बहनों ने देखा एवं सुना। निदेशक अनुसंधान प्रो. बी.एन. श्रृंगी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया एवं मंच का संचालन सहायक निदेशक प्रसार डॉ. संजय सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान अधिष्ठाता वेटरनरी महाविद्यालय बीकानेर प्रो. हेमन्त दाधीच, अधिष्ठाता डेयरी महाविद्यालय बीकानेर प्रो. राहुल सिंह पाल, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. पंकज थानवी सहित विश्वविद्यालय के अधिकारीगण, शिक्षक, विद्यार्थी एवं किसान और पशुपालक उपस्थित रहे।
