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बीकानेर,राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के सात दिवसीय विशेष शिविर के पांचवे दिन महाविद्यालय परिसर में ज्ञानवर्धक, जीवनोपयोगी एवं सेवा-आधारित गतिविधियों का सफल आयोजन किया गया। दिन की शुरुआत एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा चित्रकला भवन के सामने स्वच्छता अभियान से हुई, जिसमें स्वयंसेवकों ने श्रमदान कर स्वच्छ एवं स्वस्थ परिसर का संदेश दिया।

बौद्धिक सत्र के अंतर्गत डॉ. अंशु मलिक ने स्टेम सेल विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने स्टेम सेल की उपयोगिता, चिकित्सा क्षेत्र में इसके प्रयोग, शोध एवं अनुसंधान की संभावनाओं तथा वर्तमान समय में इसकी आवश्यकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने एवं अनुसंधान के प्रति रुचि विकसित करने के लिए प्रेरित किया।

द्वितीय सत्र में रेलवे रक्षक दल के सदस्यों ने छैल दान के नेतृत्व में सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) विषय पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। इस सत्र में सीपीआर क्या होती है, इसे किस प्रकार दिया जाता है, आपात स्थितियों में इसका महत्व तथा जीवन रक्षा में इसकी भूमिका को सरल एवं व्यवहारिक रूप से समझाया गया। स्वयंसेवकों को इस प्रकिया का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया । स्वयंसेवकों ने इस प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी एवं जीवन रक्षक बताया।

इस अवसर पर एनएसएस के सभी कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहे। मंच संचालन डॉ रविकांत व्यास ने किया । स्वागत अभिनंदन डॉ पूजा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रकाश गर्ग ने दिया । शिविर का समन्वय एवं निर्देशन डॉ. घनश्याम बीठू द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि एनएसएस के माध्यम से ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को न केवल सामाजिक रूप से जागरूक बनाते हैं, बल्कि आपदा एवं आपातकालीन परिस्थितियों में जिम्मेदार नागरिक के रूप में कार्य करने की क्षमता भी प्रदान करते हैं।

पंचम दिवस की गतिविधियाँ स्वयंसेवकों के सर्वांगीण विकास एवं समाजोपयोगी चेतना को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सार्थक पहल रहीं।

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