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बीकानेर,आज राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के प प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ इकाई के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए, चारों इकाइयों के द्वारा व्याख्यान के आयोजन किए गए। प्राचार्य ने अतिथियों का स्वागत किया एवं स्वागत उदबोधन में महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाइयों द्वारा सत्र में किए गए विभिन्न कार्यक्रमों से अवगत करवाया । प्रथम एवं द्वितीय इकाई के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री सुरेंद्र सिंह शेखावत ने स्वयंसेवकों को बताया कि सादगी ही जीवन का मूल मंत्र है । महात्मा गांधी जी के जीवन से संबंधित प्रेरक प्रसंग सुनाकर उन्होंने स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना के सिद्धांत “स्वयं से पहले आप ” को अपनाते हुए समाज सेवा कर राष्ट्रहित में अपना योगदान देने हेतु प्रेरित किया । कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर पुष्पेंद्र सिंह शेखावत ने स्वयंसेवकों को अनुशासित जीवन जीने एवं निरंतर मेहनत करते हुए अपना उद्देश्य प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया । प्रोफेसर उज्जवल गोस्वामी ने स्वयंसेवकों को महाविद्यालय में अध्ययन के साथ-साथ शैक्षणिक गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेने हेतु प्रेरित किया जिससे चरित्र का संपूर्ण विकास हो सके । महाविद्यालय की वरिष्ठ संकाय सदस्य व राष्ट्रीय सेवा योजना सलाहकार समिति प्रभारी प्रो . मंजू मीणा ने स्वयंसेवकों को सात दिवसीय विशेष शिविर में अनुशासन बनाए रखने तथा सभी कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित कर शिविर से संबंधित जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। कार्यक्रम के अंत में डॉ विनोद कुमारी, कार्यक्रम अधिकारी, इकाई प्रथम ने सात दिवसीय विशेष शिविर की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया । स्वयंसेवकों द्वारा महाविद्यालय परिसर के प्रांगण की सफाई की गई तथा परिसर को रंगोली के माध्यम से सुसज्जित किया गया।
वहीं तृतीय एवं चतुर्थ इकाई के द्वारा आयोजित व्याख्यान में मुख्य वक्ता डॉ सुरेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा ‘गाँधी दर्शन और युवा पीढ़ी’ विषय पर व्याख्यान दिया गया। उन्होंने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि छोटे-छोटे परिवर्तनों से मिलकर ही बड़ा परिवर्तन संभव है और यही परिवर्तन देशप्रेम की भावना से जुड़कर राष्ट्र को उन्नति की दिशा में आगे ले जाते हैं। द्वितीय वक्ता राजस्थान पत्रिका के आरजे अभिषेक ने ‘अन्नदाता किसान: हमारी खाद्य सुरक्षा का आधार’ विषय पर व्याख्यान दिया तथा स्वयंसेविकाओं व सदन को अन्न को व्यर्थ न करने की शपथ दिलवाई। प्राचार्य डॉ नवदीप सिंह बैंस ने अपने उद्बोधन में विविध संस्करणों के माध्यम से स्वयंसेविकाओं को सेवा, समर्पण, स्वावलंबन की भावना को अपने जीवन में आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया, साथ ही बताया कि वर्तमान में सोशल मीडिया में प्रसारित होने वाले संदेशों के प्रति सत्य और असत्य की परख करने की सामर्थ्य छात्राओं में होना अतिआवश्यक है। महाविद्यालय के वरिष्ठ संकाय सदस्य प्रो. उज्ज्वल गोस्वामी ने छात्राओं को स्व के प्रति गौरव की भावना अर्थात स्वत्व की भावना हर व्यक्ति में होनी चाहिए। स्वाध्याय मनुष्य के लिए अति आवश्यक गुण है जिसे अपना कर युवा पीढ़ी अपने व्यक्तित्व के साथ साथ जीवन को भी उत्कृष्ट आयामों तक पहुंचा सकती है।
राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय बीकानेर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई तृतीय व चतुर्थ के सात दिवसीय विशेष शिविर के तृतीय दिवस पर विविध शैक्षणिक तथा सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन।
महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई तृतीय व चतुर्थ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 7 दिवसीय विशेष शिविर के तृतीय दिवस पर विविध सत्रों का आयोजन किया गया। NSS गीत से दिन की शुरुआत करते हुए कार्यक्रम अधिकारियों अंजू सांगवा व सुनीता बिश्नोई और स्वयं सेविकाओं ने मिलकर श्रमदान करते हुए महाविद्यालय परिसर में साफ़-सफ़ाई की।
प्रथम सत्र में शारीरिक शिक्षण के अंतर्गत प्रशिक्षक प्रीतम सेन के नेतृत्व में स्वयं सेविकाओं को मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया,जिसके बाद शक्ति सिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में छात्राओं ने ताईक्वांडों का प्रशिक्षण प्राप्त किया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ नवदीप सिंह बैंस ने स्वयंसेविकाओं के साथ ताईक्वांडो के गुर सीखे तथा छात्राओं को आत्मरक्षा की महत्त्वपूर्ण गतिविधियों को सीख कर स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए प्रोत्साहित किया। तत्पश्चात स्वयंसेविकाओं ने नाश्ता किया।

तीसरे सत्र में विविध सांस्कृतिक गतिविधियो के अंतर्गत एकल गायन,नृत्य,म्यूजिकल चेयर प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।
चतुर्थ सत्र में भोजन करने के पश्चात स्वयंसेविकाएँ और कार्यक्रम अधिकारी मिल कर कच्ची बस्तियों में गए जहाँ उन्होंने ‘कन्या भ्रूण हत्या: एक अपराध’ विषय पर नुक्कड़ नाटक के आयोजन से लोगों में जागरुकता फैलाने का प्रयास किया।

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