












बीकानेर,राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के सात दिवसीय विशेष शिविर का उद्घाटन गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र कुमार पुरोहित तथा विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर डॉ. अन्नाराम शर्मा रहे।
मुख्य अतिथि डॉ. राजेंद्र कुमार पुरोहित ने स्वयंसेवकों से नशे से दूर रहने तथा नशा-मुक्त समाज के निर्माण में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को जीवन में अपनाना ही सच्ची साधना है तथा एनएसएस के आदर्श राष्ट्र-निर्माण की दिशा में मार्गदर्शक हैं।
विशिष्ट अतिथि डॉ. अन्नाराम शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि सार्वजनिक जीवन में छात्राओं की भागीदारी समाज के लिए अनुकरणीय है और इस दिशा में एनएसएस एक अग्रणी माध्यम के रूप में कार्य करता है। उन्होंने बताया कि एनएसएस ग्रामीण परिवेश एवं शहरी सामान्य परिवेश के छात्र–छात्राओं को उनकी महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति का सशक्त अवसर प्रदान करता है। साथ ही युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन आदर्शों को अपनाते हुए उनके पथ पर चलने की प्रेरणा दी और कहा कि यदि राष्ट्र व समाज के लिए कुछ करना है तो महत्वाकांक्षी बनें तथा लक्ष्य के प्रति अटल रहें।
जिला समन्वयक डॉ. घनश्याम बीठू ने स्वयंसेवकों को ‘मैं’ के स्थान पर ‘आप’ की भावना का महत्व बताते हुए सेवा, सहयोग और समर्पण को एनएसएस की मूल आत्मा बताया।
कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. रविकांत व्यास ने कुशलतापूर्वक किया। स्वागत उद्बोधन डॉ. पूजा द्वारा प्रस्तुत किया गया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रकाश गर्ग ने किया। उद्घाटन सत्र में उपस्थित शिक्षकों, अधिकारियों एवं स्वयंसेवकों ने सात दिवसीय शिविर के दौरान समाजसेवा, स्वच्छता, जागरूकता एवं रचनात्मक गतिविधियों को प्रभावी रूप से सम्पन्न कराने का संकल्प लिया।
