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बीकानेर, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश के आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुविधाओं के विस्तार के साथ गर्भवती-धात्री महिलाओं एवं छह वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण एवं शाला पूर्व शिक्षा की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं। बीकानेर जिला भी इस दिशा में संकल्पबद्ध तरीके से आगे बढ़ते हुए बेहतर परिणाम दे रहा है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक सुभाष बिश्नोई ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना 2.0 के तहत वित्तीय वर्ष 2025-26 में नवंबर तक 7 हजार 783 लाभार्थियों को 2 करोड़ 78 लाख 5 हजार रुपए डीबीटी के माध्यम से प्रदान किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री मातृत्व पोषण योजना के तहत अप्रैल 2024 से नवंबर 2025 तक भुगतान के लिए 11 हजार 546 लाभार्थियों का अनुमोदन किया जा चुका है।
बिश्नोई ने बताया कि जिले के 98 प्रतिशत आंगनबाड़ी केन्द्रों में विद्युत कनेक्शन करवाए जा चुके हैं। जिले के 90 प्रतिशत से अधिक केन्द्रों पर स्मार्ट एंड्राॅयड टेलीविजन उपलब्ध करवाए गए हैं। इनका उपयोग 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को शाला पूर्व शिक्षा प्रदान करने में किया जाता है। मनरेगा कन्वर्जेंस के तहत 18 आंगनबाड़ी केन्द्रों के नए भवन बनाए गए हैं तथा डीएमएफटी मद के तहत 29 आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवन निर्माण की स्वीकृतियां जारी की जा चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि जिले में 80 आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र विकसित किए गए हैं। इनमें स्वच्छ पेयजल, शोचालय, फर्श एवं छत की मरम्मत, रंग-रोग, किचन गार्डन आदि के कार्य करवाए जा रहे हैं। समस्त विधानसभा क्षेत्रों में पांच-पांच सहित कुल 35 नए आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित किए गए हैं। जिले में 168 चिन्हित आंगनबाड़ी केन्द्रों को वेदान्ता ग्रुप द्वारा सीएसआर के तहत उन्नयन कर नन्दघर के रूप में विकसित किया जा रहा है।
समसा के माध्यम से 78 तथा एसडीआरएफ के माध्यम से 74 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण कार्य किया जा रहा है। समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ‘पोषण भी, पढ़ाई भी’ कार्यक्रम के तहत शाला पूर्व शिक्षा के लिए कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिए जा चुके हैं तथा साप्ताहिक कैलेण्डर के अनुसार शाला पूर्व शिक्षा प्रदान की जा रही है। समस्त आंनगबाड़ी केन्द्रों पर गैस सिलेण्डर मय चूल्हा एवं आवश्यक बर्तन उपलब्ध हैं।
जिले में पोषण ट्रेकर ऐप पर ग्रोथ माॅनिटरिंग, होम विजिट एवं आंगनबाड़ी खुलने की स्थिति में प्रतिमाह 99 प्रतिशत से अधिक प्रगति अर्जित की गई। अक्टूबर-2025 तक सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषाहार की सप्लाई क्यूआर कोड-ओटीपी के साथ पूर्ण की गई। क्यूआर कोड स्कैन कर पोषाहार आपूर्ति पश्चात् 3 से 6 वर्ष तक के 34 हजार 117 तथा 6 माह से 3 वर्ष तक के 49 हजार 400 बच्चों, 9 हजार 447 गर्भवतियों तथा 7 हजार 746 धात्री महिलाओं सहित कुल 1 लाख 7 हजार 963 लाभार्थियों को पूरक पोषाहार उनकी ई-केवाईसी फेस केप्चर माध्यम से लाभांवित किया जा रहा है। सितम्बर-2025 के अष्टम राष्ट्रीय पोषण माह जन आंदोलन डेश बोर्ड पोर्टल पर विभागीय आईडी में 2 लाख 54 हजार 542 एंट्रियां करवाई गई और राज्य स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त किया।

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