












बीकानेर,महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर में आज राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाईयों के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय विशेष विस्तार व्याख्यान का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विषय ‘इम्प्लिकेशन ऑफ पोस्को एक्ट इन इंडिया था, जिसमें बाल संरक्षण कानून, बच्चों की सुरक्षा से जुड़े संवैधानिक प्रावधानों और समाज में बढ़ती जागरूकता की आवश्यकता पर विस्तार से चर्चा की गई।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता शिवशंकर बोरा तथा अनिरुद्ध बिरनोई रहे, जिन्होंने अपने सारगर्भित व्याख्यान में पोसको अधिनियम की पृष्ठभूमि, इसके विभिन्न प्रावधान, बच्चों के लिए कानूनी सुरक्षा, न्यायिक प्रक्रिया, त्वरित सुनवाई, तथा इस कानून के क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
वक्ताओं ने कहा कि आज के समय में बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए पोस्को अधिनियम एक अत्यंत सशक्त कानूनी ढांचा प्रदान करता है, जिसका उद्देश्य बच्चों के विरुद्ध होने वाले यौन अपराधों को रोकना, पीड़ितों को न्याय दिलाना और समाज में संवेदनशीलता बढ़ाना है।
उन्होंने यह भी बताया कि विद्यालयों और विश्वविद्यालयों में इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम अत्यंत आवश्यक हैं, ताकि विद्यार्थी स्वयं जागरूक होकर अपने आस-पास के बच्चों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।
कार्यक्रम का मार्गदर्शन एन.एस.एस. अधिकारी उमेश शर्मा तथा डॉ. प्रगति सोबती द्वारा किया गया। दोनों अधिकारियों ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि केवल एन.एस. एस. सेवा का माध्यम ही नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाली शक्ति है। उन्होंने स्वयंसेवकों को बाल सुरक्षा, लैंगिक संवेदनशीलता और सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति सजग रहने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में एन.एस.एस. स्वयंसेवकों सहित विश्वविद्यालय के अनेक छात्र-छात्राएँ, संकाय सदस्य एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। व्याख्यान के दौरान विद्यार्थियों ने वक्ताओं से प्रश्न पूछकर जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया तथा विषय की गहन समझ विकसित की।
अंत में सभी प्रतिभागियों ने बच्चों की सुरक्षा, जागरूकता के प्रसार तथा पोस्को अधिनियम का सम्मानपूर्वक पालन कराने हेतु समाज में प्रेरक भूमिका निभाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम उत्साहपूर्वक और सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
