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बीकानेर,राज्य निर्वाचन विभाग एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राजस्थान द्वारा जारी निर्देशों की अनुपालना में आज राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रहलाद की ढाणी, रोड़ा में संविधान दिवस अत्यंत गरिमा, अनुशासन और जागरूकता के माहौल में मनाया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों, शिक्षकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक नदीम अहमद ने की। उन्होंने संविधान दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में नागरिकों की जागरूकता ही राष्ट्र की वास्तविक शक्ति है। उन्होंने बताया कि राज्य निर्वाचन विभाग द्वारा विद्यालय स्तर पर चलाए जा रहे निर्वाचन साक्षरता क्लब के उद्देश्यों के अनुरूप यह आयोजन विद्यार्थियों में मतदान, लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों के प्रति जागरूकता विकसित करता है। उन्होंने कहा कि संविधान केवल देश की शासन प्रणाली ही नहीं, बल्कि नागरिकों के मूल अधिकारों, कर्तव्यों और सामाजिक न्याय का आधार है, जिसकी रक्षा और पालन करना हम सबकी ज़िम्मेदारी है।

अध्यापक प्रहलाद राम सीगड़ ने संविधान निर्माण की ऐतिहासिक प्रक्रिया, संविधान सभा के योगदान तथा डॉ. भीमराव अंबेडकर की भूमिका पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र तभी सशक्त होता है जब नागरिक संवैधानिक व्यवस्था और कानून के प्रति सम्मान रखते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि निर्वाचन विभाग द्वारा दी गई गतिविधियाँ—जागरूकता रैली, प्रस्तावना वाचन, प्रश्नोत्तरी आदि—नागरिक चेतना को मजबूत करने का माध्यम हैं।

अध्यापक करणी सिंह राठौड़ ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राजस्थान द्वारा जारी नवीनतम दिशा-निर्देशों के अनुसार विद्यालयों में निर्वाचन साक्षरता गतिविधियों को नियमित रूप से संचालित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि विद्यालय स्तर पर मतदाता जागरूकता, नैतिक मतदान, तथा लोकतांत्रिक मूल्यों को विद्यार्थियों तक पहुँचाना अत्यंत उपयोगी पहल है। उन्होंने छात्रों को संविधान की प्रस्तावना, मौलिक अधिकारों और मौलिक कर्तव्यों को व्यवहार में अपनाने का संदेश दिया।

इस अवसर पर रोड़ा ग्राम पंचायत के पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी प्रभाकर दीक्षित का संदेश भी वाचन किया गया। अपने संदेश में उन्होंने संविधान दिवस को राष्ट्रीय चेतना, कर्तव्यबोध और नागरिक जिम्मेदारियों को समझने का महत्वपूर्ण अवसर बताया। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में चल रही निर्वाचन साक्षरता गतिविधियाँ बच्चों में प्रारंभिक स्तर से ही लोकतांत्रिक सोच विकसित करने का सशक्त माध्यम हैं। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को संविधान की मर्यादा का सम्मान करने, अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने तथा भविष्य में जिम्मेदार मतदाता बनने की प्रेरणा दी।

राष्ट्रीय एकता, अखंडता और जिम्मेदार नागरिकता के संदर्भ में संविधान की भूमिका स्पष्ट की गई। बताया गया कि विद्यालयों में आयोजित ऐसे कार्यक्रम आने वाली पीढ़ी को अधिक सतर्क, सजग और उत्तरदायी नागरिक बनने के लिए प्रेरित करते हैं। साथ ही निर्वाचन विभाग द्वारा जारी आदेशों की अनुपालना को अत्यंत आवश्यक बताया गया।

आज आयोजित कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों द्वारा संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, निर्वाचन साक्षरता से संबंधित जागरूकता वार्ता तथा समूह चर्चा का आयोजन किया गया। मताधिकार के महत्व, लोकतांत्रिक व्यवस्था की मजबूती तथा संविधान की सर्वोच्चता जैसे विषयों पर बच्चों ने उत्साहपूर्वक विचार साझा किए। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाध्यापक नदीम अहमद ने आभार व्यक्त करते हुए विद्यालय में आगे भी इसी प्रकार की गतिविधियाँ नियमित रूप से संचालित करने का आश्वासन दिया

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