
बीकानेर,राजस्थानी भाषा-साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले श्री नेहरू शारदा पीठ पीजी महाविद्यालय, बीकानेर के पूर्व छात्र मूलचंद सोनी का हाल ही में राजस्थानी भाषा विषय में सह-आचार्य पद पर चयन हुआ है। इस उपलब्धि पर महाविद्यालय परिवार द्वारा उनका भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।
महाविद्यालय परिसर में आयोजित इस सम्मान समारोह में प्राचार्य डॉ. प्रशांत बिस्सा तथा राजस्थानी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. गौरीशंकर प्रजापत ने सोनी को पुष्पमाला पहनाकर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर खुशी और गौरव का वातावरण रहा।
समारोह में उपस्थित संकाय सदस्यों एवं कर्मचारियों ने सोनी को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं।
डॉ. प्रशांत बिस्सा ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्थानी भाषा एवं साहित्य की सार्थक सेवा करने वाले विद्यार्थियों का इस प्रकार उच्च पदों पर पहुँचना न केवल महाविद्यालय की गौरव परंपरा को आगे बढ़ाता है, बल्कि क्षेत्रीय भाषा-संस्कृति की निरंतरता को भी सुदृढ़ करता है।
विभागाध्यक्ष डॉ. गौरीशंकर प्रजापत ने कहा कि राजस्थानी भाषा के शैक्षिक विस्तार में मूलचंद सोनी जैसे युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनका चयन आने वाले समय में विभाग तथा विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायी सिद्ध होगा। इस स्तर पर चयन होना महाविद्यालय के लिए गर्व की बात है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि मूलचंद सोनी का शिक्षा, भाषा एवं संस्कृति के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय योगदान युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं
कार्यक्रम में विभिन्न संकायों के प्राध्यापक एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे और सभी ने मिलकर सोनी के उज्ज्वल भविष्य तथा कार्यक्षेत्र में नई सफलताओं की कामना की। महाविद्यालय परिवार ने आशा व्यक्त की कि वे राजस्थानी भाषा-साहित्य के संवर्धन में महत्वपूर्ण योगदान देते रहेंगे।













