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बीकानेर, विश्व रोगाणुरोधी प्रतिरोध जागरूकता सप्ताह 2025 के अंतर्गत पशु विज्ञान केन्द्र, लूनकरनसर में आई.सी.ए.आर. इन्फार परियोजना तहत जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों को बढ़ते रोगाणुरोधी प्रतिरोध के खतरे के प्रति जागरूक करना एवं एंटीबायोटिक के विवेकपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देना था। शिविर में कुल 50 पशुपालकों ने सहभागिता की। कार्यक्रम के दौरान पशु विज्ञान केन्द्र, लूनकरनसर के प्रभारी अधिकारी डॉ. दिवाकर ने पशुपालकों को संबोधित करते हुए एंटीबायोटिक के अनावश्यक एवं अत्यधिक उपयोग को रोकने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि रोगाणुरोधी दवाओं का उपयोग केवल पशु चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने सही खुराक, उपचार अवधि एवं दवा उपयोग की मानक प्रक्रियाओं का पालन करने के महत्व पर विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। डॉ. फेमिना अंजुम ने रोगाणुरोधी प्रतिरोध से संबंधित निदान एवं परीक्षण की व्यवहारिक जानकारी साझा की तथा समय पर सही परीक्षण एवं निदान के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने पशुपालकों को यह भी बताया कि उचित परीक्षण से न केवल सही उपचार संभव होता है, बल्कि अनावश्यक एंटीबायोटिक उपयोग को भी रोका जा सकता है।

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