










बीकानेर,बीकानेर रेल मंडल पर डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट अभियान 4.0 के तहत 22 स्टेशनों पर विशेष मेगा शिविर का आयोजन किया गया । भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे इसी अभियान के क्रम में प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी पी.के.सिंह, मंडल रेल प्रबंधक गौरव गोविल के मार्गदर्शन में , मंडल कार्मिक अधिकारी/प्रभारी शैलेष चौधरी के निर्देशन में एवं सहायक कार्मिक अधिकारी श्री के.पी.मीणा, मु.हित निरीक्षक श्री धर्मेन्द्र कु. एवं लेखाकार श्री योगेश कुमार की उपस्थिति में रतनगढ़ स्टेशन पर डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट शिविर का आयोजन किया गया।
इस शिविर में कुल 105 पेंशनर्स के डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनाये गए। इस अभियान में वृद्धा पेंशन को विशेष सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से 90 वर्ष व 90 वर्ष से अधिक उम्र के पेंशनर्स के घर जाकर डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनाये गए एवं उन्हें उपहार देकर सम्मानित किया।
उल्लेखनीय है कि बीकानेर मंडल के 15 नवम्बर को 22 रेलवे स्टेशनों (बीकानेर, नागौर, नोखा, लालगढ, सूरतगढ, हनुमानगढ, श्रीडूंगरगढ, रतनगढ, सादुलपुर, लोहारू, भिवानी, चरखी दादरी, कोलायत, पीलीबंगा, चूरू, हिसार, सिरसा, झाडली, कोसली, हाँसी, श्रीगंगानगर, महेन्द्रगढ) पर विशेष शिविरों का सफल आयोजन किया गया ।
डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट हेतु इन दस्तावेज़ों की है आवश्यकता:-
इस विशेष शिविर में पेंशनर अपना आधार कार्ड, खाता संख्या, नवीनतम पीपीओ की प्रति, रजिस्टर्ड मोबाईल नम्बर साथ लेकर आये। सभी पेंशनरों से अपील की जाती है कि अधिक से अधिक संख्या में शिविर में आकर निः शुल्क डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनवाकर शिविर का लाभ उठाये। पेंशनर परिवार के अन्य सदस्यों को भी साथ में लेकर आयें, जिससे की भविष्य में DLC बनाने के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जा सके।
यह 4.0 डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट अभियान डिजिटल इंडिया विजन को आगे बढ़ाने में सहायक होगा।
वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक (बीकानेर) साहिल गर्ग के अनुसार यह पहल भारत सरकार के “डिजिटल इंडिया” विजन के अनुरूप है, जो सरकारी सेवाओं को अधिक सुलभ और तकनीक-सक्षम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है । इस जागरूकता अभियान से दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले पेंशनर भी बिना बैंक गए, घर बैठे ही अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकेंगे और अपनी पेंशन का नियमित भुगतान बिना किसी कठिनाई के प्राप्त कर सकेंगे। इससे वरिष्ठ नागरिकों को सुविधा, समय की बचत और पारदर्शिता तीनों सुनिश्चित होंगी। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अधिक उपयोगी सिद्ध हो रहा है।
