









बीकानेर,उत्तर पश्चिम रेलवे के स्टेशनों और ट्रेनों में यात्री सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कन्ट्रोल रूम से नियमित मॉनिटरिंग, गश्त और सुरक्षा उपकरणों के माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है।
रेलवे परिसर और ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए अमिताभ, महाप्रबंधक, उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा बैठक में अधिकारियों को दिशानिर्देश प्रदान किए गए। सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए रेलवे सुरक्षा बल के जवानों द्वारा स्टेशनों और ट्रेनों में लगातार गश्त के माध्यम से निगरानी रखा जा रही है और स्टेशनों पर रेलवे सुरक्षा बल के कन्ट्रोल रूम से हर स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। रेलवे सुरक्षा बल और राजकीय पुलिस के समन्वय से सुरक्षा प्रबंधन को मजबूत बनाया गया है। स्टेशनां पर यात्रियों के आगमन पर उनके सामान की जांच बैगेज स्केनर के माध्यम से की जा रही है और प्रमुख स्टेशनों पर डॉग स्क्वाड़ द्वारा भी नियमित रूप से गश्त की जा रही है उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर स्टेशन पर 5, गांधीनगर जयपुर, अजमेर, जोधपुर व बीकानेर स्टेशनों पर 2-2 और दुर्गापुरा एवं भगत की कोठी स्टेशनों पर 1-1 बैगेज स्कैनर मशीने कार्य कर रही है। इसके अतिरिक्त हेंड हेल्ड मैटल डिटक्टर और डोर फ्रेम मैटल डिटक्टर भी प्रमुख स्टेशनों पर उपलब्ध है। इन मशीनों के उपयोग से प्लेटफॉर्म में प्रवेश करने वाले यात्रियों और उनके सामान की गहनता के साथ जांच की जा रही है। इसके अतिरिक्त प्रमुख स्टेशनों जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, गांधीनगर जयपुर, भगत की कोठी, हिसार, रेवाड़ी, हिसार, अलवर, किशनगढ़, उदयपुर सिटी, दौसा, बाडमेर इत्यादि में स्टेशन परिसर की नगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों द्वारा कन्ट्रोल रूम से लगातार निगरानी रखी जा रही है। रेलवे द्वारा स्टेशनों और ट्रेनों में गश्त करने वाले रेलवे सुरक्षा बल के जवानों को अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाए गए है।
सभी यात्रियों से अनुरोध है कि स्टेशन परिसर एवं ट्रेन में किसी भी तरह की संदिग्ध या लावारिस वस्तु दिखाई देने पर तुरंत रेलवे सुरक्षा बल के कर्मचारी अथवा रेलवे कर्मचारी को सूचना देवे। इसके साथ ही हेल्पलाइन नम्बर 139 अथवा रेल मदद पोर्टल के माध्यम से भी यात्री संदिग्ध अथवा लावारिश वस्तु की जानकारी, सूचना और शिकायत दे सकते है। यात्रियों से निवेदन है कि ट्रेन आगमन के आधे घंटे पूर्व स्टेशन आए ताकि सुरक्षा संबंधी सभी जांच सुनिश्चित की जा सके ताकि यात्रियों को ट्रेन पकडने में किसी प्रकार की हडबड़ी नहीं हो सके।
