









बीकानेर,माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के जोधपुर चैप्टर तथा बीकानेर डिस्ट्रिक्ट माइन ऑनर्स एसोसिएशन द्वारा बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में ‘औद्योगिक खनिज और सेरेमिक: डाउनस्ट्रीम उद्योग एवं निवेश के अवसर’ विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार शनिवार को जयपुर-जोधपुर बायपास स्थित रिद्धि सिद्धि रिसोर्ट में शुरू हुई।
सेमिनार के उद्घाटन सहित विभिन्न सत्रों में देश भर से आए खनि वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों और औद्योगिकी क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने बीकानेर में खनिज की उपलब्धता, उनके मूल्य संवर्धन, औद्योगिक विकास, रोजगार के अवसर तथा इनके क्रियान्वयन में आने वाली समस्याओं के साथ इनके समाधान सहित विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की।
उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि क्ले क्राफ्ट इंडिया के डायरेक्टर राजेश अग्रवाल थे। वहीं बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. अखिल रंजन गर्ग, एमबीएम के पूर्व डीन प्रो. सुशील भंडारी, मुख्यमंत्री के विशेषाधिकार इंजी. कनक छंगाणी, ड्यूश बैंक के डायरेक्टर पंकज ओझा, माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया रचप्पा, बीकानेर डिस्ट्रिक्ट माइन ऑनर्स एसोसिएशन के चेयरमैन राजेश चूरा, सहित विभिन्न वक्ताओं ने अपने अनुभव सांझा किए।
वक्ताओं ने कहा कि बीकानेर में सिरेमिक हब के रूप में विकसित होने की अपार संभावनाएं हैं। यहां देश का 90 प्रतिशत जिप्सम और 70 प्रतिशत वालक्ले का उत्पादन होता है, लेकिन मूल्य संवर्धन की आधारभूत सुविधाओं की कमी इस दिशा में सबसे बड़ी बाधा है। कुलगुरु प्रो. गर्ग ने कहा कि सेरेमिक वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोगशाला में किया जा रहे प्रयोग का लाभ उद्योगपतियों द्वारा उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में प्रचुर मात्रा में मिनरल्स उपलब्ध है। इनका सही दोहन और उपयोग शुरू किया जाए तो अच्छे परिणाम आ सकते हैं।
ड्यूश बैंक के डायरेक्टर पंकज ओझा ने कहा कि बीकानेर के रॉ मैटेरियल से मोरबी 60 हजार करोड रुपए प्रतिवर्ष कमा रहा है तथा हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिले हैं। यह प्रोसेसिंग बीकानेर में ही शुरू हो जाए तो रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी।
प्रो. सुशील भंडारी ने कहा कि आज आधारभूत सुविधाओं की वृद्धि हुई है ऐसे में औद्योगिक विकास की संभावनाएं भी बड़ी है इसके लिए नवीनतम तकनीक का उपयोग जरूरी है। इंजी. कनक छंगाणी ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशा है कि प्रदेश का सेरेमिक उद्योग भी आगे बढ़े। इस क्षेत्र में अच्छा निवेश आए इसके लिए राज्य सरकार हर संभव मदद को तैयार है। उन्होंने कहा कि उद्योगपति इससे जुड़े सुझाव दें।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए राजेश अग्रवाल ने बताया कि बीकानेर में बीकानेर स्टूडेंट चैप्टर का सेरेमिक संगठन की स्थापना की गई है। आने वाले समय में विद्यार्थियों को इसका लाभ होगा। उन्होंने वर्तमान में सिरेमिक उद्योग से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर बात रखी। माइनिंग इंजीनियर एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के जोधपुर चैप्टर के अध्यक्ष दीपक तवर ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा वर्कशॉप के विभिन्न सत्रों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दो दिनों में 30 की-नोट स्पीच होंगे।
बीकानेर जिला माइन ओनर्स एसोसिएशन के चेयरमैन राजेश चूरा ने कहा कि आज क्ले उत्पादन के बाद इसके मूल्य संवर्धन के लिए बेहतर रिसर्च हो रहे हैं। यह उद्योग के लिए बेहतर संकेत हैं। संगोष्ठी संयोजक इंजी. महेश पुरोहित ने आभार जताया।
इस दौरान खनि अभियंता एमपी पुरोहित, राकेश पुरोहित, राकेश आचार्य, इंजी. अरुण आचार्य सहित माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया और बीकानेर डिस्ट्रिक्ट माइन ऑनर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि, बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के स्टाफ सदस्य एवं विद्यार्थी, उद्योगपति सहित आमजन मौजूद रहे।
*पहले दिन आयोजित हुए विभिन्न सत्र, सोवेनियर का हुआ विमोचन*
राष्ट्रीय सेमिनार के पहले दिन प्लैनरिजेशन आयोजित हुआ। इसकी अध्यक्षता कुलगुरु प्रो अखिल रंजन गर्ग ने की। वहीं दूसरे तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ. पीआर नैनीवाल ने की। इस दौरान देश के विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञ द्वारा प्राप्त पेपर्स के आधार पर तैयार सोवेनियर और प्रोसिडिंग का विमोचन भी किया गया। दो दिवसीय सेमिनार का समापन रविवार को होगा। इस दिन विभिन्न तकनीकी सत्रों के बाद राउंड टेबल डिस्कशन का आयोजन किया जाएगा।
