
बीकानेर,पीबीएम यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. मुकेश आर्य ने हाल ही में गुजरात के गांधीनगर में आयोजित वेस्ट ज़ोन यूरोलॉजी कांफ्रेस में अपने शोध व अनुभवों पर आधारित महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। 3 से 5 अक्टूबर तक आयोजित इस कांफ्रेस में देश-विदेश से सैकड़ों यूरोलॉजिस्ट एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों ने भाग लिया। कांफ्रेस में डॉ.मुकेश आर्य को मुख्य अतिथि के तौर पर आंमत्रित किया गया था। डॉ आर्य ने अपने व्याख्यान में हाइपोस्पेडियास नामक जन्मजात रोग पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह एक जन्मजात विकृति है, जिसमें पुरुष जननांग टेढ़ा एवं विकृत होता है, मूत्रमार्ग पूर्ण रूप से विकसित नहीं होता और उसका छिद्र नीचे की ओर स्थित रहता है। इस स्थिति में मरीजों को मूत्र त्याग में कठिनाई के साथ-साथ मानसिक व शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। डॉ. आर्य ने अपने व्याख्यान के दौरान विभिन्न शल्य-तकनीकों का लाइव वीडियो प्रदर्शन किया और बताया कि कैसे एक ही सर्जरी में लिंग की विकृति को पूर्ण रूप से सीधा किया जा सकता है। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उचित तकनीक और सावधानी से इस जटिल विकृति का स्थायी समाधान संभव है।डॉ. आर्य के प्रस्तुतीकरण को उपस्थित विशेषज्ञों ने अत्यंत उपयोगी और नवोन्मेषी बताया। सभागार में मौजूद सभी चिकित्सकों ने उनकी तकनीक की भूरि-भूरि प्रशंसा की और इसे भारत में यूरोलॉजी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान बताया। जानकारी में रहे कि वेस्ट ज़ोन यूरोलॉजी कॉन्फ्रेंस देश की अग्रणी चिकित्सा सम्मेलनों में से एक है, जहाँ यूरोलॉजी क्षेत्र में नए शोध, तकनीकें और क्लिनिकल अनुभव साझा किए जाते हैं। बीकानेर के लिए यह गौरव की बात है कि पीबीएम अस्पताल के डॉ. मुकेश आर्य ने इस मंच पर अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन कर संस्थान का नाम रोशन किया।