
बीकानेर,गोचर–ओरण बचाओ महाआंदोलन के पावन संकल्प के तहत आज बीकानेर में गौ भिक्षा यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा बीकानेर जिले की गोचर एवं ओरण भूमि की सुरक्षा हेतु समाज में जागरूकता फैलाने और मास्टरप्लान–2043 के अंतर्गत इन भूमियों के अधिग्रहण के विरोध में एक सामूहिक आवाज उठाने का महत्वपूर्ण प्रयास है। रविवार 5 अक्टूबर को भाजपा नेता भगवान सिंह मेड़तिया के नेतृत्व में वार्ड संख्या 36, रामलीला मैदान (पार्क), इंदिरा कॉलोनी सायं 5 बजे गौ भिक्षा यात्रा निकाली गई।
श्रद्धेय स्वामी रामसुखदास महाराज के आह्वान पर प्रारंभ हुई इस यात्रा का उद्देश्य केवल कार्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति, परंपरा और भविष्य की रक्षा का प्रतीक है। यात्रा समाज में एकता, संवेदना और जागरूकता का संदेश लेकर चली।
गौ भिक्षा यात्रा के माध्यम से प्रत्येक घर-घर जाकर सहयोग स्वरूप भिक्षा ग्रहण की जाएगी, ताकि गोमाता की सेवा और गोचर भूमि संरक्षण के लिए आवश्यक निधि एकत्र की जा सके।
इस अभियान का मुख्य लक्ष्य बीकानेर जिले के 188 गाँवों की गोचर एवं ओरण भूमि को सुरक्षित रखना है, जिन्हें मास्टरप्लान–2043 के अंतर्गत आवासीय, व्यावसायिक और अन्य उपयोगों के लिए प्रस्तावित किया गया है।
इस महाआंदोलन में शहरनथानियां, गंगाशहर, भीनासर, उदयरामसर सहित विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि, साधु-संत, सामाजिक संगठन और सैकड़ों नागरिकों ने भाग लिया। उपस्थित जनों ने संकल्प लिया कि गोचर–ओरण भूमि की एक इंच भी किसी भी प्रकार के अधिग्रहण के लिए नहीं सौंपी जाएगी।
इस अवसर पर भाजपा नेता भगवान सिंह मेड़तिया ने कहा कि कुछ बड़े अधिकारियों ने बंद कमरे में बिना किसी संस्थाओं के सलाह के बड़ी कंपनियों से सांठ गांठ कर हमारी गोचर – ओरण भूमि का सौदा कर लिया और विकास के नाम पर जनता को गुमराह कर रहे हैं। साथ ही धर्मेंद्र सारस्वत ने बताया कि ये जन जन का आंदोलन धीरे धीरे विशाल रूप ले रहा है।
प्रमुख उपस्थितजन:
राजेश पूरी, श्रवण सिंह खारा, बहादुर सिंह राठौड़, बलदेव सिंह बीका, लीलाधर तंवर, भंवर सिंह भाटी, कन्हैयालाल, रामचंद्र, भीमसेन, भवानी तंवर, उम्मेद सिंह भाटी, संदीप चोपड़ा, रघुपति सिंह भाटी, छोटूलाल यादव, प्रताप सिंह, नरेंद्र सिंह, हनुमान सिंह, नवदीप सिंह, रुद्रप्रताप सिंह, भरत गहलोत, तेज सिंह बीका, रामचंद्र शर्मा, कैलाश सोलंकी, शिव गहलोत, सूरज प्रकाश राव, हड़मानराम, सुनीता कंवर, मेनका चोपड़ा, गीता नंदा सहित अनेक गणमान्य नागरिक।
अभियान के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन किसी एक व्यक्ति या संस्था का नहीं, बल्कि सम्पूर्ण समाज की आस्था और अस्तित्व की रक्षा का आंदोलन है। सभी भाइयों और बहनों से अपील की गई है कि वे अधिक से अधिक संख्या में जुड़कर इस महाआंदोलन की शक्ति बनें और गोचर–ओरण की पवित्र भूमि की रक्षा में सहयोग करें।