
बीकानेर,आज ग्राम मकड़ासर के ठाकुर जी मंदिर परिसर में शंकरलाल उपाध्याय की अध्यक्षता में सोलर प्लांट के दुष्परिणाम और गांव की पुस्तैनी जमीन बचाने, जल जंगल जमीन बचाने हेतु एक चौपाल का आयोजन किया गया। जिसमें प्लांट से भविष्य होने वाले नुकसान और प्लांट से कैसे बचे उसके विधिक पहलू पर विस्तार से जानकारी अतिथि एड. नारायण सिंह कस्तूरिया,एड. मुनीराम जयपाल , एड. भरत नायक ने जानकारी दी*।।
*मदन सिंह बिका ने बताया कि प्लांट की लीजिंग से मिलने वाले किराए से ज्यादा तो किसान को अपने खेत से फायदा होता है*।
*गांव के भीमराज उपाध्याय ने बताया कि आज ही हमारी तीसरी पीढ़ी भूमिहीन श्रेणी में आती है। अगर हमने अपनी जमीन प्लांट को दे दी तो हमारा अस्तित्व खत्म हो जाएगा। अगर हमारे चारों तरफ प्लांट लग गए तो उससे बढ़ने वाली गर्मी हम सहन नहीं पाएंगे। हजारों लाखों खेजड़ी कटेगी। पर्यावरण नष्ट हो जाएगा*। *अगर हमने समय रहते सोलर प्लांट से अपने गांव खेत को नहीं बचाया तो अगली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी। हमें उन दलालों से बचकर रहना है जो भोले भाले ग्रामीणों को भ्रमित करके हमारी जमीन सोलर कंपनी को बिकवाते है*।
*विक्रम सिंह मकड़ासर ने अपने प्लांट के अनुभव को शेयर किया और कहा कि प्लांट से हमारे गांव, खेत, पर्यावरण की तबाही तय है और हमें अपने गांव, खेत को बचाना *। *कार्यक्रम में पधारे ग्रामीणों ने किसी भी सूरत में सोलर प्लांट को जमीन नहीं देने का निर्णय लिया*।
*कार्यक्रम में निम्न ग्रामीणों ने भी अपने विचार रखे सतूराम जी, फतेह सिंह,नारायण राम जी,हरिसिंह जी,सत्यनारायण जी उपाध्याय, देवीलाल जी उपाध्याय, भोमाराम,जगदीश जी, खमेशा राम उपाध्याय, लालचंद जी नाइ,शंकर लाल,महावीर जी, बलदेव सिंह, तोलचंद कालू खां,पूनमचंद गेधर, बजरंग कुम्हार, शिशुपाल सिंह, सीताराम कड़वा, बलदेव ,बाबूलाल नायक,अनोप सिंह, देवीलाल, गणेशाराम ,झवरलाल, जेठाराम, घुड़ा राम नायक,जीतमल शर्मा,बंशीलाल शर्मा,हड़मान जी गेधर,देवीसिंह सांखला,जीवराज सिंह शेखावत, लियाकत अली व रामदयाल शर्मा आदि गणमान्य नागरिक मौजूद थे* ।
*कार्यक्रम के अंत में फतेहसिंह ने सभी आगंतुकों और ग्रामीणों का आभार जताया और कहा कि हम सभी ग्रामीण एक होकर यह लड़ाई लड़ेंगे*।।