
बीकानेर,सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से आयोजित समाज कल्याण सप्ताह के तीसरे दिन शुक्रवार को केन्द्रीय कारागृह में बंदी सुधार दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव मांडवी राजवी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रही। उन्होंने कहा कि बंदी जेल में रहते हुए कुछ ना कुछ अच्छा सीखेें और जीवन में इसका उपयोग करें। उन्होंने कहा कि जीवन में सुधार और व्यक्तित्व में निखार की गुंजाइश हमेशा रहती है। किसी कारण से हुई गलती को भूलकर अच्छा करने का प्रयास करें। उन्होंने कारागृह द्वारा संचालित आशाएं बैंड तथा कौशल विकास के कार्यों की सराहना की।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक एलडी पंवार ने समाज कल्याण सप्ताह की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभाग का उद्देश्य समाज के कमजोर और जरूरतमंद तबके को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है। इसके तहत विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
कारागृह अधीक्षक डाॅ. अभिषेक शर्मा ने कारागृह में संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बंदियों के कौशल विकास के लिए विभिन्न नवाचार किए जा रहे हैं। जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पचीसिया ने बताया कि बीकानेर भामाशाहों की नगरी है। यहां के दानदाताओं ने शिक्षा एवं चिकित्सा सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्य किए हैं।
माॅटिवेशन स्पीकर किशोर सर ने कहा कि किसी कारण हुई एक गलती को भूलकर नया जीवन शुरू करें। इस दौरान कम्प्यूटर ऑपरेटर, फीटर और डीजल मैकेनिक ट्रेड में आईटीआई करने वाले कैदियों को प्रमाण पत्र दिए गए। भगवान महावीर विकलांग सेवा समिति के अध्यक्ष अनंतवीर जैन ने शतरंज, लूडो सहित अन्य खेलों की किट प्रदान की। आशाएं बैंड ने विभिन्न गीतों की प्रस्तुतियां दी। समाज कल्याण अधिकारी नंद किशोर राजपुरोहित ने पैरोल और परिवीक्षा नियमों की जानकारी दी।
इस दौरान बाल कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष वाई के शर्मा योगी, जेल आईटीआई अधीक्षक पिंकी राठौड़, सहायक अधीक्षक मुरली मनोहर, जेलर सूरज, अपना घर आश्रम के ज्ञान सिंह, देवांग शर्मा, सुभाष चंद्रस्वामी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।