
बीकानेर,जयपुर,मुस्लिम महासभा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष एन डी कादरी ने मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर राजस्थान प्रदेश में अस्पताल में अव्यवस्था एवं चिकित्सा कर्मचारियों की लापरवाही का विवरण में बताया गया कि पुरे प्रदेश में आये दिन अस्पतालों में चिकित्सकों सहित कर्मचारियों द्वारा मरीजों व परिजनों के साथ अभद्रता, गाली-गलौच व मारपीट एफआईआर की घटनाएं आम हो चली है। इस पर सख्त नियंत्रण की अवश्यकता बताते हुए एन डी कादरी ने आगे कहा अस्पतालों में आए दिन हो रही मौतों व चिकित्सा कर्मचारियों द्वारा आमजन के साथ झगड़ा फसाद एवं लोगों पर अत्याचार की बात आम हो गई है। जिसमें विशेषकर अल्पसंख्यक, अनुसूचित, व अनुसूचित जनजाति के लोगों साथ बहुत लापरवाही व बदसलूकी कि जाती है। जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
हद तो तब हो गई जब मकान नंबर ए- 2 रघुनाथ पुरी चरण नदी, नाड़ी का फाटक, मुरलीपुरा जयपुर निवासी एक प्रेगनेंट महिला जो कि सामाजसेवी फखरूद्दीन गोरी की पुत्रवधू है, को सांगानेर अस्पताल में 23.09.2025 को 8:36 बजे भर्ती किया गया था जिसने 24.09 2025 को 7:04 बजे 3.6 किलो वजनी स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया था जो कि जन्म के प्रश्चात जचा व बच्चा दोनों स्वस्थ थे किसी तरह की कोई दिक्कत व तकलीफ़ नहीं थी, बच्चा हंसखेल रहा था को अगले दिन 25.09.2025 को 11:30 बजे दो इंजेक्शन लगाए गए इसके बाद भी बच्चा बिल्कुल ठीक था व सामान्य बच्चे की तरह दुध पी रहा था आराम से आ हाथ पैर चला रहा था
रात को करीब दस बजे बच्चे का शरीर गर्म होने लगा तो बच्चे को नर्सरी में लेकर गये वहां किसी ने भी केयर नहीं की बच्चा रोता रहा और स्टाफ डाक्टर को नहीं बुलाया और भेज दिया कि मां के पास ले जाओ चुप हो जायेगा। इस पर जब बच्चे पर कोई फर्क नहीं हुआ तो करीब ग्यारह बजे पुनः लेकर के तों वहां सभी लोग हंसीं मजाक में लीन थे उनमें से एक ने बच्चे के हाथ लगाकर देखकर कह दिया बच्चा ठीक है ले जाओ। जब बच्चे को कोई आराम नहीं हुआ तीसरी बार लगभग बारह बजे लेकर गये तब बच्चे को नर्सरी में ले लिया और कहा अपना नंबर दे दो जरूरत पड़ने पर खबर कर देंगे।
दिनांक 25/9/ 25 को लगभग 6:00 बजे सुबह हमारे पास कॉल आया के सिमरन के साथ में जो भी है वह ऊपर आ जाओ और वहां जाने के बाद बताया के बच्चे की केवल 10% बचने की उम्मीद है फिर कहां के बच्चे के दिल में प्रॉब्लम थी और ब्लड सर्कुलेशन उल्टा है बच्चों के बड़े होने पर भी दिमाग की प्रॉब्लम रहेगी और बच्चा यह पागल पैदा हुआ है बच्चे और उसकी मां की भी मृत्यु हो सकती है।जवाब नहीं दिया लेकिन कुछ देर बाद में यह जवाब आया के आपका बच्चा दिल में छेद है और दिमाग से पागल था । हर थोड़ी-थोड़ी देर में अलग-अलग तरह की ग़लत सूचना दी गई और बाद में एक कागज़ पर हस्ताक्षर करने को कहा पूछने पर बताया कि इसमें लिखा है बच्चे की लाश आपके सुपूर्द कर दी गई है। इस तरह बच्चे के मृत्यु होना बता दिया । इस तरह की यहां आये दिन घटनाएं होती रहती है।
मुस्लिम महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एन डी कादरी ने अनुरोध करते हुए कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएं। और तब तक उस समय डिप्युटी मौजूद कर्मचारियों को निलंबित किया जाए ताकि जांच में किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न नहीं हो।
साथ प्रदेश में आये दिन अस्पतालों में हो रही लापरवाही व आमजन के साथ झगड़ा फसाद पर भी नियंत्रण करने की मांग की गई है। जिससे लोकतांत्रिक तरीके से चल रही सरकार को किसी तरह व्यवधानों का सामना नहीं करना पड़े।