बीकानेर,श्रीडूंगरगढ़, यहां तेरापंथ धर्मसंघ के नवमाधिशास्ता आचार्य श्री तुलसी का 108 वां जन्मदिवस मनाया गया। महा तपस्वी • शांतिदूत आचार्य श्री महाश्रमण की सुशिष्या साध्वी श्री बसंत प्रभा ने अपने दीक्षा प्रदाता गुरु के के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा कि आचार्य श्री तुलसी के कर कमलों से संयम जीवन प्राप्त करना मैं अपने आप में सौभाग्य एवं गौरव की अनुभूति कराने वाला मानती हूं। उनके अवदानो की यशगाथा चिहँ दिशि मे गुंजायमान है। साध्वी श्री गुप्ति प्रभा ने उनके अवदानों एवं व्यक्ति कर्तत्व की व्याख्या करते हुए कहा पुण्य प्रखर कालू ने कर कोहिनूर हीरा संघ को बख्शा • उसने अपनी सूझबूझ से संघ का ही नहीं बदल दिया समाज का नक्शा । कार्यक्रम का मंगलाचरण साध्वी श्री दीपयश ने मंगल गान द्वारा किया। साध्वी संभव श्री एवं साध्वी भावितयशा ने सुमधुर गीत द्वारा श्रद्धा भावों को अभिव्यक्ति दी। साध्वी श्री संपत प्रभाजी, साध्वी श्री ऋजु प्रज्ञा, साध्वी श्री कृष्णा कुमारी साध्वी
सहभागियों की प्रस्तुति सुंदर रही उसमें प्रथम स्थान श्रद्धा पुगलिया, द्वितीय स्थान सुमित बरडिया, तृतीय स्थान अंजू देवी पारक एवं खुशबू पुगलिया ने प्राप्त किया। प्रतियोगिता में मंच संचालन चंदा जैन ने किया। निर्णायक रूप में अजय झाबक एवं अमित मालू ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
झिलमिल दीपोत्सव प्रति ने किया मंत्रमुग्ध
झिलमिल दीपोत्सव प्रतियोगिता में दीपक बनाओ और बंदरवाल प्रतियोगिता का आयोजन तेरापंथ महिला मंडल श्री डूंगरगढ़ द्वारा किया गया था। जिसने दीपक बनाओ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्रेक्षा पुगलिया, द्वितीय स्थान दीप्ति झाबक, तृतीय स्थान प्रेक्षा बैद एवं सांत्वना रचना दुगड़ बंदरवाल में प्रथम स्थान बबीता पुगलिया द्वितीय स्थान प्रेक्षा पुगलिया, तृतीय स्थान चांदनी बोथरा, सांत्वना मंजू झाबक और निर्णायक के रूप में श्रीमती तारा जी पुगलिया एवं मनीषा जी मालू रहे।
श्री हेमलता साध्वी श्री संकल्प श्री ने भाषण द्वारा श्रद्धा अभिव्यक्ति दी। महिला समाज के उन्नायक की जीवन गाथा संघर्ष गाथा का गुणगान करते हुए महिला मंडल की संरक्षिका श्रीमती शांतादेवी पुगलिया ने प्रस्तुति दी। अणुव्रत समिति के सदस्य पवन सेठिया, गंगानगर से आगंतुक पूर्व आंचलिक अध्यक्ष तेरापंथी महासभा के कार्यकारिणी सदस्य भोजराज जैन, कन्या मंडल संयोजिका महिमा दुगड, महिला मंडल मंत्री श्रीमती मंजू झाबक, सुशील
बोथरा ने गुरुदेव के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती मधु झाबक ने किया। तेरापंथी महासभा से तेजकरण डागा, धनराज पुगालिया आदि समस्त डूंगरगढ़ वासियों ने उल्लास, उत्साह एवं उमंग के साथ कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने में सहभागी बने।
एकल गायन प्रतियोगिता आयोजित रात्रि कालीन एकल गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सभी