
बीकानेर,बीकानेर के त्यागी वाटिका स्थित सामुदायिक भवन में शहर जिला शहर महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्रीमती शशिकला राठोड़ के पदभार ग्रहण अवसर पर राजस्थान प्रदेश महिला कांग्रेस के निर्देशानुसार नारी न्याय व पदग्रहण सम्मेलन का आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में महिला कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सारिका सिंह चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में तथा अतिथियों के रूप में चयनिका उनियाल, प्रदेश उपाध्यक्ष शुशीला सींवर,प्रदेश महासचिव नीरू चौधरी, मंजू जेरठि, प्रदेश सचिव रितु मीणा,जिलाध्यक्ष शांति बेनीवाल,राज भटनागर डॉ प्रीति मेघवाल, हबीबा चौधरी आदि का शहर जिलाध्यक्ष शशिकला राठोड, सिंवरी चौधरी, लक्ष्मी गुप्ता,प्रेम राठोड़ आदि ने साड़ी, शॉल,साफा पहनाकर स्वागत-सम्मान किया।
मंचासीन पूर्व केबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल, यशपाल गहलोत, बिशनाराम सियाग, डॉ राजेन्द्र मूण्ड, शिवलाल गोदारा, मकसूद अहमद,अरविन्द मिढा,वसीम फिरोज अब्बासी,नंदलाल जावा,हसन अली,रमजान कछावा, नारायणसिंह चारण, अम्बाराम इनखिया आदि का साफा व माला पहनाकर सम्मान नितिन वतस्स,शब्बीर अहमद, अकबर सेवादल आदि ने किया। स्वागत भाषण सिंवरी चौधरी ने दिया उन्होंने सभी आगन्तुकों का स्वागत व आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महिला कांग्रेस जिले में महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई लड़ेगी। गांव-ढाणी से लेकर शहर तक नारी न्याय सम्मेलन आयोजित कर हर वर्ग की महिलाओं को जोड़कर संगठन को मजबूत किया जाएगा।
इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रदेशाध्यक्ष सारिका सिंह चौधरी ने कहा कि “नारी” केवल एक शब्द नहीं, बल्कि शक्ति, सहनशीलता और प्रेम की मूर्ति है।महिला सशक्तिकरण का उद्देश्य यही है कि महिलाएं भी समाज के हर क्षेत्र में पुरुषों के समान भागीदारी निभाएं — चाहे वह शिक्षा हो, राजनीति, विज्ञान, खेल या व्यापार।आज हम देख सकते हैं कि कल्पना चावला, मंगल पांडे, मदर टेरेसा, पी.वी. सिंधु, मैरी कॉम, इंदिरा गांधी जैसी महिलाएं देश और दुनिया में मिसाल बन चुकी हैं।
लेकिन आज भी बहुत सी महिलाएं घरेलू हिंसा, अशिक्षा, बेरोजगारी और भेदभाव का सामना कर रही हैं। हमें इन समस्याओं के खिलाफ आवाज उठानी होगी।
शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष शशिकला राठोड़ ने पदभार ग्रहण किया तथा इस अवसर पर उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं व आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शहर महिला कांग्रेस प्रत्येक वार्ड, मोहल्लों तक पहुंचकर संगठन को मजबूत करने का संकल्प लेती है।यदि कोई देश प्रगति करना चाहता है, तो उसमें महिलाओं की बराबरी की भागीदारी अनिवार्य है। जब महिलाएं शिक्षित और आत्मनिर्भर होती हैं, तब वे न केवल अपने परिवार को, बल्कि पूरे समाज और देश को सशक्त बनाती हैं।
पूर्व केबिनेट मंत्री गोविंन्द राम मेघवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज मैं यहां “नारी न्याय सम्मेलन ” जैसे एक महत्वपूर्ण और प्रासंगिक विषय पर अपने विचार साझा करने के लिए खड़ा हूँ। हम सभी जानते हैं कि नारी न्याय का अर्थ है – महिलाओं को उनके अधिकार, स्वतंत्रता और समान अवसर प्रदान करना है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि महिलाएं भी पुरुषों की तरह समाज के हर क्षेत्र में खुलकर भाग ले सकें – चाहे वह शिक्षा हो, राजनीति, व्यवसाय, विज्ञान, या खेल।
इस अवसर पर डॉ राजेन्द्र मूण्ड, शिवलाल गोदारा, यशपाल गहलोत, बिशनाराम सियाग, अरविंद मिढा, प्रहलाद सिंह मार्शल आदि ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में चेतना चैधरी, शबिर पड़िहार, समा कादरी, कृष्णा व्यास पूर्व अध्यक्ष, सकिला बानो, जुले खां, मूमताज शेख, सलिना, अकबर खां, अकीला प्रवीणा, सुनिता भाटी, सरोज कंवर, देवेन्द्र कोर, सालीनी, रोशन बानो, रूखमणी नायक सहित कांग्रेस के अनेक नेताओं व सैंकड़ो महिलाओं ने कार्यक्रम में भागीदारी निभाई।