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बीकानेर,जयपुर। राइट टू एजुकेशन (RTE) के तहत चयनित 80,000 बच्चों का दाखिला पांच माह बाद भी नहीं हुआ है। अभिभावक व विद्यार्थी शिक्षा विभाग के चक्कर काट रहे हैं, पर पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है।

25 मार्च 2025 को आवेदन प्रक्रिया शुरू हुई थी, जिसमें 3.08 लाख अभिभावकों ने आवेदन किए। 9 अप्रैल को लॉटरी निकालकर लगभग 80,000 बच्चों का चयन कर निजी स्कूलों में दाखिले निर्धारित किए गए थे। परंतु निजी स्कूलों ने अब तक प्रवेश नहीं दिए और ना ही शिक्षा विभाग कोई कार्यवाही कर बच्चों की पढ़ाई शुरू करवा रहा है।

संयुक्त अभिभावक संघ राजस्थान के प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा*, “राज्य सरकार और प्रशासन निजी स्कूल माफियाओं के आगे घुटने टेक चुके हैं। पांच महीने से बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित हैं। अभिभावक ज्ञापन, विरोध प्रदर्शन और सांकेतिक धरने कर चुके हैं, लेकिन विभाग केवल निर्देश जारी कर स्कूलों को चेतावनी जारी कर इतिश्री कर लेता है किंतु कार्यवाही के नाम पर भाग खड़ा होता है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिनों में दाखिला सुनिश्चित नहीं हुआ तो बड़ी संख्या में अभिभावक और विद्यार्थी विधानसभा का घेराव करेंगे। शिक्षा का अधिकार लेकर रहेंगे।

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