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बीकानेर,लोकदेवता बाबा रामदेव जी की धर्म धरा रामदेवरा में स्थापित नेत्रकुम्भ महाजाँचशिविर की व्यवस्थाओं में लगे सेवा भावी कार्यकर्त्ता पूरे प्राणपण से जातरुओं और स्थानीय जनता की सेवा में लगे हुए हैं।

01 अगस्त से लेकर आगामी 02 सितम्बर तक संचालित होने वाले इस नेत्ररोग जाँच शिविर की गूँज पूरे मरुप्रदेश के साथ पूरे प्रदेश में फैल गयी है जो केवल शिविर के संचालन में लगे असंख्य कार्यकर्त्ताओं की अथक मेहनत के कारण सम्भव हुआ है।

विश्वस्तरीय सेवाओं का रामदेवरा में आगमन :-
अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से लगती मरूधरा की भूमि, शुष्क जलवायु के कारण पानी का अभाव और आर्थिक रूप से पिछड़े इस क्षेत्र में बड़े शहरों में उपलब्ध होने वाली आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं को बाबा की धरती पर लाकर क्षेत्र के निवासियों को लाभ लेने का अवसर उपलब्ध कराया है।

नेत्रकुम्भ में उपलब्ध जाँच सुविधाएं :-

इस 33 दिवसीय महाजाँचशिविर में नेत्र सम्बन्धी सभी विकारों की जाँच सुविधा उपलब्ध है जिसमे आँखों की सामान्य जाँच व सफाई, आँखों की देखने की क्षमता का परीक्षण, किसी दुर्घटना के कारण आँखों को हुई क्षति का उपचार, कमजोर आँखों के कारण चश्मे के नंबर का निर्धारण और गम्भीर नेत्ररोग या मोतियाबिन्द पाये जाने पर सक्षम द्वारा लाभार्थियों के लिए उनके नजदीक के अस्पताल में निःशुल्क सर्जरी की व्यवस्था उपलब्ध करवाई है।

नेत्रकुम्भ से क्षेत्र को लाभ :-

अभी तक कुम्भ के अवसर पर आयोजित होते आये नेत्रकुम्भ शिविर को पहली बार बाबा रामदेव जी की पुण्य भूमि रामदेवरा में आयोजित किया गया है जिसमे 01 अगस्त से आरंभ होकर अभी तक 73127 लोगों को निःशुल्क नेत्रजाँच का लाभ प्राप्त हो चुका है। साथ ही अभी तक 62106 मरूधरा के नागरिकों को निःशुल्क चश्में भी प्रदान किये जा चुके हैं। इन चश्मों का निर्माण आधुनिक तकनीक व श्रेष्ठतम गुणवत्ता की सामग्री से किया गया है जिससे लंबे समय तक लाभार्थियों को फायदा मिले ये आयोजकों द्वारा ध्यान रखा गया है। अभी तक कई ऐसे लाभार्थियों को चश्में दिए गए हैं जिनके नम्बर असामान्य थे और जिनको बाजार में बनवाने की लागत भी हजारों रुपयों में आती है। साथ ही 5224 ऐसे लाभार्थी चिह्नित किये गए हैं जिनकी आँखों का ऑपरेशन कर उनके दृष्टिदोष को दूर किया जा रहा है। आयोजन समिति के कार्यकर्त्ताओं ने चयनित लाभार्थियों से सम्पर्क कर उनके नजदीक के स्थान पर निःशुल्क ऑपरेशन करवाने आरम्भ भी हो चुके हैं।

चश्मा प्रप्ति बना एक गौरवपूर्ण महाअभियान :-

रामदेवरा नेत्रकुम्भ प्रारम्भ से लेकर अभी तक क्षेत्रवासियों, रामदेवरा पधारे जातरूओं और आम जनता के लिए एक दर्शनीय स्थल बन चुका है। आने वाला आगन्तुक इस विकट व बंजर क्षेत्र में नेत्रकुम्भ के इन आधुनिक ओर वैज्ञानिक व्यवस्थाओं को देखकर अचंभित ओर गौरवान्वित हैं। आगन्तुकों ओर लाभार्थियों के लिए स्थापित वातानुकूलित परिसर, जल-पान की व्यवस्था, आधुनिक चिकित्सा उपकरणों के माध्यम से इलाज करते चिकित्सक ओर तकनीशियनों द्वारा प्यार, अपनापन व संवेदनशीलता और सेवाभाव के आवरण से ओतप्रोत कार्यकर्त्ताओं के कारण प्रत्येक क्षेत्रवासी व जातरुओं के मध्य एक बार नेत्रकुम्भ परिसर की यात्रा का उत्साह चरम पर है।

सक्षम व सहयोगी संगठनों की अटूट जुगलबंदी :-

लोकदेवता बाबा रामदेव नेत्रकुम्भ 2025 की आयोजक सक्षम संस्था ने राजस्थान सरकार और 10 अन्य सहयोगी संगठनों के सहयोग से इस नेत्रकुम्भ महाजाँचशिविर की स्थापना रामदेवरा में की है। सहयोगी संगठनों में श्री बाबा रामदेव सेवा समिति, रामदेवरा, सीमा जन कल्याण समिति, राष्ट्रीय सेवा भारती, विद्या भारती समिति, विश्व हिन्दू परिषद् , नेशनल मेडिकोज आर्गेनाईजेशन, जन सेवा समिति, जैसलमेर, भारत विकास परिषद् , राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्त्ताओं के सक्रिय सहयोग से शिविर की इन व्यवस्थाओं को संचालित किया जा रहा है।

विद्यार्थी परिषद का महत्वपूर्ण योगदान :-

जहाँ पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव में नई युवा पीढ़ी भटक रही है वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के समर्पित कार्यकर्त्ता आरंभ से लेकर अभी तक निरन्तर चश्माघर व ओपीडी की व्यवस्थाओं का कुशल संचलान कर रहे हैं। सभागार, ओपीडी से लेकर चश्माघर तक कार्यकर्त्ताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है । कार्यकर्त्ता लगातार सेवा कार्यों का संचालन और समन्वय कर रहे हैं। बाड़मेर एवं जालोर विभाग संगठन मंत्री पवन ऐचरा ने बताया कि 30 जुलाई से जोधपुर प्रांत के सभी विभागों से कार्यकर्त्ता अपने-अपने स्लॉट के अनुसार पहुँचकर सेवा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह नेत्रकुंभ केवल उपचार का नहीं बल्कि समाजसेवा और राष्ट्रसेवा का महायज्ञ है। विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्त्ताओं ने अपने आदर्श वाक्य “सेवा परमो धर्म:” को धरातल पर उतारकर समाज में एक उदाहरण प्रस्तुत किया है।

अतिथियों का आगमन :- नेत्रकुम्भ शिविर की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राजस्थान क्षेत्र कार्यकारिणी सदस्य नन्दलाल बाबा , स्प्रिंगबोर्ड अकैडमी जयपुर के निदेशक दिलीप महेचा, बाड़मेर से समुंदर सिंह महेचा, घुमंतू ब्रांड अम्बेसेडर राजस्थान सरकार व जोधपुर प्रान्त घुमंतू छात्रावास संयोजक विक्रम सिंह तारातरा पधारे ओर परिसर का अवलोकन किया।

कल दिनांक 27 अगस्त को 4942 लोगो का पंजीकरण व 4743 लोगो को परामर्श प्रदान किया गया, 3280 लाभार्थियों को निशुल्क चश्मे ओर 3969 रोगियों को दवाइया प्रदान की गई।

 

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