
बीकानेर,जयपुर,राजनीति विज्ञान विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर में आज “भारत की विदेश नीति” विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के कुलगुरु / कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित उपस्थित रहे।
अपने व्याख्यान में प्रो. दीक्षित ने कहा कि भारत की विदेश नीति का मूल आधार राष्ट्रीय हित है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि भारत ने रूस से तेल खरीदना जारी रखा, भले ही अंतरराष्ट्रीय दबाव क्यों न हो। इसी प्रकार अमेरिका के दबावों के बावजूद भारत ने अपने स्वतंत्र निर्णयों को प्राथमिकता दी।
प्रो. दीक्षित ने कहा कि आज भारत आर्थिक रूप से मजबूत हुआ है और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है, जैसे–
ऊर्जा
उद्यमिता
खाद्य उत्पादन
विनिर्माण
फार्मा एवं सॉफ्टवेयर उद्योग
उन्होंने कहा कि बदलते समय के साथ भारत ने “लुक ईस्ट पॉलिसी” और “एक्ट ईस्ट पॉलिसी” के क्षेत्र में विदेश नीतियाँ के नये प्रयोग की नीति अपनाई हैं। जिनसे भारत के हित हिंद-प्रशांत (Indo-Pacific) क्षेत्र से गहराई से जुड़े हैं।
भारत आज ग्लोबल साउथ का नेतृत्व करता हुआ उभर रहा है। यह क्षेत्र संसाधनों से संपन्न है और भारत यहाँ की आवाज़ बनकर वैश्विक मंचों पर प्रभावी भूमिका निभा रहा है। गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) और रणनीतिक स्वायत्तता की परंपरा ने भारत को विश्व राजनीति में मध्यस्थता करने की क्षमता प्रदान की है। इसका प्रमाण रूस-यूक्रेन युद्ध और इज़रायल-ईरान संघर्ष जैसे प्रसंगों में भारत की संतुलित भूमिका से मिलता है।
प्रो. दीक्षित ने यह भी कहा कि भारत धीरे-धीरे डॉलर पर निर्भरता कम कर रहा है और रुपये में व्यापार को बढ़ावा दे रहा है। जी-20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन भारत की वैश्विक नेतृत्व क्षमता का उदाहरण है।
भारत विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों जैसे BRICS, SCO, QUAD और संयुक्त राष्ट्र में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। विदेश नीति में भारत “वसुधैव कुटुंबकम्” के आदर्श को आत्मसात करता है और जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा सुरक्षा, डिजिटल डिप्लोमेसी तथा वैक्सीन मैत्री जैसी पहलों से विश्व का विश्वास अर्जित कर चुका है।
विभागाध्यक्ष डॉ राजेश कुमार शर्मा ने धन्यवाद देते हुए कहा की भारत की विदेश नीति के निर्धारण में भारत के राष्ट्रीय हित ही सर्वोपरि हैं। जैसे अमेरिका के लिए अमेरिकन फर्स्ट हैं वैसे ही भारत के लिए भारत और भारतीय प्रथम हैं।
ऑल इण्डिया पोलिटिकल साइंस एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर कुलगुरु प्रो. मनोज दीक्षित की सहजता और सरलता ने विद्यार्थियों को बहुत प्रभावित किया। कुलगुरु की सहजता और सरलता से विद्यार्थी प्रभावित होकर विदेश नीति के विविध पक्ष पर कुलपति एवं विद्यार्थियों के मध्य बहुत ही रोचक संवाद स्थापित हुआ । जिससे विद्यार्थी और शिक्षक न सर्फ़ लाभान्वित हुए बल्कि गदगद हुए।
कार्यक्रम में राजनीति विज्ञान विभाग के संकाय सदस्य, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। प्रथम सेमेस्टर के छात्र भावेश महेंद्रा के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।