
बीकानेर, राजस्थान पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर के 72वें स्थापना दिवस का कुलगुरु आचार्य मनोज दीक्षित की अध्यक्षता में सोमवार को भव्यता पूर्वक आयोजन किया गया। कुलगुरु आचार्य मनोज दीक्षित ने कहा कि वेटरनरी महाविद्यालय बीकानेर के स्थापना 16 मई 1954 में हुई और अपनी स्थापना से ही यह महाविद्यालय पशु चिकित्सा एवं पशुधन संवर्धन के क्षेत्र के उत्कृष्ट सेवाएं दे रहा है। कुलगुरु आचार्य दीक्षित ने कहा की यहां के विद्यार्थियों के लिए इस महाविद्यालय के एलुमनाई होना एक गर्व की बात है। यहां से सीखे ज्ञान कौशल को पशुचिकित्सा एवं किसानों के कल्याण हेतु उपयोग करना तथा इस महाविद्यालय का नाम रोशन करना विद्यार्थियों का प्रमुख उत्तरदायित्व है। कुलगुरु आचार्य दीक्षित ने वेटरनरी क्षेत्र में छात्राओं की बढ़ती रूचि एवं रोजगार के अपार अवसरो का भी जिक्र किया। कुलगुरु ने महाविद्यालय से जुडे सभी शिक्षको, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी और महाविद्यालय के उत्तरोत्तर विकास की सकल्पना की। अधिष्ठाता वेटरनरी महाविद्यालय प्रो. हेमन्त दाधीच ने महाविद्यालय के गौरवमय इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की एवं देश-विदेश में महाविद्यालय के पास आउट विद्यार्थियों के योगदान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राज्य में दुग्ध उत्पादन एवं पशुपालकों की आजीविका उत्थान में इस महाविद्यालय का अभूतपूर्व योगदान है। कार्यक्रम के दौरान अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. पंकज कुमार थानवी ने धन्यवाद ज्ञापित किया एवं मंच संचालन डॉ. प्रतिष्ठा शर्मा ने किया। स्थापना दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। इस दौरान महाविद्यालय के स्थापना एवं इसके अभुतपूर्व योगदान पर जनसम्पर्क प्रकोष्ठ, राजुवास द्वारा तैयार मूवी का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के दौरान अधिष्ठाता स्नातकोत्तर अध्ययन एवं निदेशक अनुसंधान प्रो. बी.एन. श्रृंगी, निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूड़िया, निदेशक क्लिनिक प्रो. प्रवीण बिश्नोई, निदेशक मानव संसाधन प्रो. राहुल सिंह पाल, महाविद्यालय के पूर्व अधिष्ठाता प्रो. राकेश राव, शिक्षक, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।