
बीकानेर,काले हिरणों के प्रसिद्ध ताल छापर स्थित जैतासर गांव से आज रूणिचा पदयात्री संघ श्रद्धा और उत्साह के बीच रवाना हुआ।गांव के रामदेवजी मंदिर पर धोक लगाकर पूरे गांववासियों की उपस्थिति में संघ को विधिवत रवाना किया गया। इस अवसर पर गांव का माहौल भक्ति और उल्लास से भर गया तथा पूरा गांव एकजुट होकर इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बना।अशोक प्रजापति ने बताया कि यह संघ लगातार 13वीं फैरी के लिए रवाना हुआ है। अब तक 12 फैरियां सफलतापूर्वक पूरी की जा चुकी हैं।पदयात्रा में शामिल प्रमुख कार्यकर्ता नोपदास स्वामी, बीरबल प्रजापत ,पूसाराम ओजला, रेंवत सिंह,मेघराज प्रजापत,मनोज मंडा,सूरदास स्वामी,मनीराम नैण,सुरेन्द्र कुमार,जगदीश मेघवाल,सूरजाराम मेघवाल, आदूराम डुकिया,कुम्भनाथ,खेमाराम,गोवर्धन प्रजापत,ध्वजाधारी राजेश प्रजापत जयकारों से गूंजा गांव पदयात्रियों के रवाना होते समय “जय रामदेवजी की” के गगनभेदी जयकारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। यह 13वीं फैरी न केवल श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है बल्कि गांव और क्षेत्र के लिए गौरव का विषय भी बन गई है।