
बीकानेर,स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय स्थित विद्येश्वर महादेव मंदिर परिसर शीघ्र ही धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के वृक्षों से अटा नजर आएगा। परिसर में मंगलवार को अध्यात्मिक महत्व तथा औषधीय गुणों वाले पौधों का रोपण किया गया। कुलगुरु डॉ. अरुण कुमार, सहित अन्य विभागों के डीन व डायरेक्टर्स द्वारा यह पौधारोपण किया गया। इस दौरान
कल्पवृक्ष, शमी , सीता अशोक, कदंब, मधुकामिनी, पाकर, अपराजिता, रुद्राक्ष, मदार (आक) जैसे धार्मिक महत्व के पौधे लगाए गए। अध्यात्मिक वन ब्लॉक की परिकल्पना एवं पौधों की व्यवस्था का कार्य डॉ. मनमीत कौर, इंजीनियर जे. के. गौड़ एवं डॉ. वाई. के. सिंह द्वारा किया गया।
कुल गुरु डॉ अरुण कुमार ने बताया कि इन पौधों की वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक उपयोगिता को देखते हुए यह नवाचार किया गया है। इसका उद्देश्य नवपीढ़ी को हमारी संस्कृति के पर्यावरण संरक्षण पक्ष से परिचित करवाते हुए इसके लिए प्रेरित करना है। आध्यात्मिक वन की साकार संकल्पना पीढ़ियों के लिए पर्यावरणीय व सांस्कृतिक धरोहर होगी। उन्होंने बताया कि इन पौधों में स्थानीय प्रजातियों के साथ कई नई प्रजातियों के पौधे भी शामिल हैं। इनके सार संभाल का उत्तरदायित्व भी निर्धारित किया गया है। विश्वविद्यालय में हाल ही में खेजड़ी के लिए भी डेडीकेटेड ब्लॉक तैयार करने हेतु सघन पौधारोपण किया गया था।