Trending Now


बीकानेर,भारत को पुन विश्व गुरु बनान है तो संस्कृत भाषा को जानना होगा पढ़ना होगा। संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है विश्व की सबसे प्राचीन भाषा संस्कृत भाषा है वैदिक सुसंस्कारी भाषा है।यह विचार आज ऋग्वेदीय राका वेद पाठशाला द्वारा संस्कृत पक्ष के उपलक्ष मे आयोजित वैदिक संस्कृत जागृति यात्रा के आवास पर जयपुर से पधारे महाराज संस्कृत महाविद्यालय जयपुर वेद विभागाध्यक्ष डॉ शंभु नाथ मिश्र ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बताया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सचिवालय कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष श्री महेश व्यास ने संस्कृत भाषा व वेद कर्मकांड ज्योतिष आदि का प्रचार प्रसार ऋग्वेदीय राका वेद पाठशाला बीकानेर में देख कर वैदिक चेतना की क्रांति जागृत हो रही है जो भारत भूमि को विश्व में ख्याति प्राप्त करायेगा। पाठशाला के प्राचार्य शास्त्री पंडित गायत्री प्रसाद शर्मा ने वैदिक जागृति के लिए जन जन को सहयोग की अपील की।इस अवसर पर गोगा गेट वेद पाठशाला प्रांगण से गोगा गेट बागड़ी मौहल्ला घूमचकर माली मौहल्ला, गंगा शहर रोड होते हुए गायत्री मंदिर पहुंची। कार्यक्रम में काशी,हिमाचल, हरियाणा, उत्तराखंड, जयपुर नागौर,से आदि अनेक स्थानों से कर्मकांडी ब्राह्मणों ने भाग लिया और शंख झालर के साथ जयतु भारतम् जयतु संस्कृतम्,वेद पढ़ो संध्या करो, वैदिक भाषा संस्कृत भाषा आदि नारे लगाते हुए यात्रा निकली गई। कार्यक्रम का संचालन शास्त्री पंडित यज्ञ प्रसाद शर्मा ने किया। संस्कृत भारती के श्री हरिशंकर सारस्वत,नरेश शर्मा, पाठशाला के पं नारायण शर्मा, विकास दाधीच,शिव शंकर ओझा, मोहित बिस्सा,चिरंजीव जोशी राजकुमार,देवन शर्मा गौतम शर्मा आदि ने व्यवस्था संभाली।

Author