Trending Now


बीकानेर,श्रीडूंगरगढ़,गत 9 जुलाई को क्षेत्र के गांव भानुदा में भारतीय वायुसेना का जगुआर फाइटर प्लेन क्रैश हुआ था और इसमे पायलट लेफ्टिनेंट ऋषिराज सिंह शहीद हो गए थे। मात्र 23 साल में ही भानुदा के सैंकड़ो ग्रामीणों की जान बचाने में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद ऋषिराज सिंह के माता-पिता सहित परिजन रविवार को श्रीडूंगरगढ़ पहुंचे। वे रविवार को भानुदा में क्रेश स्थल पर पहुंचे व शहादत स्थल पर गंगाजल छिड़कते हुए पुष्प चढ़ाए। इस दौरान वहां की जली हुई मिट्टी को अपने बेटे की याद के रूप में साथ भी ले गए। यहां से अपने पैतृक गांव जाते हुए शहीद के परिजन श्रीडूंगरगढ़ पहुंचे व हाइवे स्थित गढ़-गोपाल रिसॉर्ट में शहीद सम्मान समिति द्वारा उनका सम्मान करते हुए शहीद परिवार के प्रति कृतज्ञता जताई गई। शहीद सम्मान समिति से जुड़े बजरंगलाल भामू, विमल भाटी, सत्यनारायण स्वामी, एडवोकेट रणवीरसिंह खीची, कुम्भाराम घिंटाला, जतनसिंह राजपुरोहित, शंकरलाल भुंवाल, विशाल स्वामी आदि ने शहीद के पिता जसवंत सिंह देवड़ा, माता भंवर कंवर, छोटे भाई युवराज सिंह देवड़ा, चचेरी बहन मिनल देवड़ा, मामा शमनोहर सिंह राठौड़, मामी सुमन कंवर, ममेरी बहन जाह्नवी राठौड़ और ममेरा भाई हर्षवर्धन राठौड़ के सामने लेफ्टिनेंट ऋषिराज सिंह के बलिदान को अमर बताते हुए नमन किया व परिवार को महादानी बताया जिसने अपना पुत्र देश पर न्योछावर किया। इस दौरान भानुदा के पूर्व सरपंच विजयपाल भुंवाल ने 9 जुलाई की घटना कि जानकारी दी एंव जगुआर के गांव पर गिरने की स्थिति के बाद भी पायलट द्वारा खुद का बलिदान देते हुए गांव को बचाने को गांव पर महान उपकार बताया। भुंवाल ने गांव में क्रेश स्थल पर दोनों शहीद पायलट के सम्मान में शहीद स्मृति स्थल बनवाने के ग्रामीणों की योजना के बारे में भी बताया।
इससे पूर्व भानुदा में सैंकड़ो ग्रामीणों ने शहीद परिवार के प्रति सम्मान एंव कृतज्ञता जताई।

रामसरा में शहीद कैप्टन को दी श्रद्धांजलि।
श्रीडूंगरगढ़। भानुदा से अपने गांव लौटते हुए शहीद परिवार क्षेत्र के अमर शहीद कैप्टन चंद्र चौधरी के पैतृक गांव बिग्गाबास रामसरा भी पहुंचे व शहीद स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। शहीद ऋषिराज सिंह के पिता ने देश पर बलिदान देने वाले बेटों के माता-पिता साझा बताते हुए उन पर गर्व जताया।

Author