
बीकानेर,रविवार शाम को रविंद्र रंगमंच बीकानेर में आयुष्मान प्रेरणा उत्सव 2025 का भव्य आयोजन किया गया। समारोह में 10वीं, 12वीं सहित नीट व जेईई की परीक्षाओं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले करीब 700 से अधिक विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। समारोह के आयोजक आयुष्मान हार्ट केयर सेंटर के निदेशक व वरिष्ठ ह्रदय रोग विशेष डॉ बीएल स्वामी ने विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत के बल पर जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। डॉ स्वामी ने सम्मान से आगे बढ़ने का प्रोत्साहन व प्रेरणा मिलने की बात कही। उन्होंने सभी का स्वागत करते हुए आभार जताया। समारोह में विशिष्ट अतिथि बीकानेर प्रेस क्लब के नवनिर्वाचित महासचिव विशाल स्वामी ने गर्वित जीवन जीने, खुश रहने व खुशियां बांटने की प्रेरणा दी। स्वामी ने कहा कि बड़े शहर में बहुत बड़े डॉक्टर के माता या पिता गांव में ईलाज नहीं मिलने के कारण दम तोड़ दे तो ऐसी सफलता का क्या फायदा है। उन्होंने युवा पीढ़ी से सोशल मीडिया से बाहर आकर वास्तविक जीवन में शुभचिंतक कितने है, ये चिंतन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि आजकल सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोवर होने व वास्तविक जीवन में जरूरत के समय एक भी पास नहीं होने की स्थिति लगातार देखी जा रही है। ऐसी घटनाएं बताती है कि जीवन वास्तविक है सोशल मीडिया के लाइक व फॉलोवर में नहीं है। समारोह में विशिष्ट अतिथि लायन एक्सप्रेस के संस्थापक सदस्य बृजमोहन रामावत ने बच्चों व अभिभावकों के साथ विस्तार से चर्चा की। रामावत ने जीवन में संतुलन और सही दिशा में प्रयास करने को ही सफलता का मूलमंत्र बताया। उन्होंने अभिभावकों ने अपनी अधूरी इच्छाओं को बच्चों पर नहीं लादने व उन्हें उनकी रूचि के अनुसार केरियर का चुनाव करने देने की बात कही। आयुष्मान हार्ट केयर सेंटर की पूरी टीम ने समारोह की व्यवस्थाएं संभाली। कार्यक्रम का संचालन आरजे डीके ने किया। अभिभावकों ने समारोह की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने में महत्वपूर्ण सिद्ध होते है।
डॉ बीएल स्वामी ने आपात काल में निपटने के गुर सिखाए।
बीकानेर। आयुष्मान हार्ट केयर सेंटर के निदेशक डॉ बीएल स्वामी ने समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को सीपीआर देना सिखाया। उन्होंने आपात स्थितियों में मानव प्राण बचाने के बारे में जानकारी दी। प्रयोगात्मक विधियां बताते हुए मानव शरीर की डमी का प्रयोग करते हुए डेमो भी दिया। इस दौरान अस्पताल का पूरा स्टाफ भी मौजूद रहा व सहयोगी की भूमिका भी निभाई।