
बीकानेर,कमजोर कब ताकतवर और ताकतवर कब कमजोर हो जाए, यह कोई नहीं जानता, इसलिए हमेशा दयालु बने रहें,” यह प्रेरक उद्गार मशहूर प्रेरक वक्ता जया किशोरी ने 6 जुलाई 2025 को बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के सभागार में रोटरी क्लब बीकानेर रॉयल्स और रोटरी क्लब अपराइज द्वारा आयोजित ‘ड्रीम टू रियलिटी 2.0’ कार्यक्रम में व्यक्त किए।
अपने ओजस्वी और भावपूर्ण संबोधन में जया किशोरी ने जीवन, आध्यात्मिकता और करुणा पर गहन विचार साझा किए, जिसने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने परिवार को प्राथमिकता देने पर जोर देते हुए कहा, “हम अक्सर दूसरों को खुश करने में परिवार को अनदेखा कर देते हैं। क्रोध अपने आप नहीं आता, सामने वाले की स्थिति देखकर लाया जाता है। शक्तिशाली के सामने हम चुप रहते हैं, लेकिन अपने या कमजोर पर क्रोध निकालते हैं।” उन्होंने कहा कि सच्ची ताकत दयालुता में है, क्योंकि शक्ति का समीकरण कभी भी बदल सकता है।
श्रीमद्भगवद्गीता के कालजयी ज्ञान का उल्लेख करते हुए जया किशोरी ने इसकी आधुनिक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। “गीता धन या शक्ति त्यागने की बात नहीं कहती, बल्कि इसे नैतिकता से अर्जित करने और समाज के भले के लिए उपयोग करने की प्रेरणा देती है,” उन्होंने कहा। युवाओं को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़े रखने और जुआ, भ्रष्टाचार जैसी अनैतिक गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने आध्यात्मिकता को ईश्वर से जोड़ने और शास्त्रों से जीवन की कला सीखने का मार्ग बताया।
युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “आज की युवा पीढ़ी भटकाव में है। उनसे पूछो कि वे क्या चाहते हैं, जवाब होता है ‘पता नहीं’। बच्चों पर पूजा-पाठ के लिए दबाव न डालें, बल्कि शास्त्रों की कहानियों से प्रेरित करें।” जया ने अपने माता-पिता को श्रेय देते हुए बताया कि उनकी सुनाई कहानियों ने उन्हें शास्त्रों से जोड़ा। उन्होंने बुजुर्गों की बातें धैर्य से सुनने की सलाह दी, क्योंकि उनके अनुभव जीवन की दिशा बदल सकते हैं।
वरिष्ठजनों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “सच्चा धन संचय में नहीं, समाज सेवा में है। हम दूसरों की कमाई को गलत और अपनी को मेहनत का फल मानते हैं। यह दृष्टिकोण बदलना होगा।” उनके शब्दों ने समाज के प्रति उदारता और सेवा भाव की प्रेरणा दी।
यह ऐतिहासिक आयोजन बीकानेर के लिए एक यादगार पल रहा, जिसका श्रेय रोटरी क्लब बीकानेर रॉयल्स और अपराइज की समर्पित टीम को जाता है। मंच व्यवस्था से लेकर दर्शकों की सुविधा तक, हर पहलू में उत्कृष्टता झलक रही थी।