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बीकानेर,पूरे प्रदेश में और शायद देश में मिलावट एवं अमानक खाद बीज का गोरख धंधा चल रहा है। राजस्थान में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की पिछले कई दिनों से चल रही कार्रवाई से यह साबित होता है। राजस्थान में खुद सरकार के मंत्री यह अभियान चला रहे है। प्रदेश में मिलावट रोकने का सरकारी सिस्टम और कृषि विभाग की निगरानी विफल हो गई है। खुद मंत्री को कमान संभालने के बाद यह गौरख धंधा उजागर हुआ है। सरकार के आखों के सामने नकली और अमानक खाद बीज बेचे जा रहे हैं। इससे जहां राष्ट्रीय कृषि उत्पादन पर विपरीत असर हो रहा है। भूमि खराब हो रही है। कृषि जिन्सों से पर्यावरण, प्रकृति और मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर हो रहा है। जबकि सरकार का दायित्व है कि किसानों को उच्च गुणवत्ता युक्त कृषि आदान एवं बीज उपलब्ध हो। सरकार हाथ पर हाथ धरकर बैठी है।
मंत्री किरोड़ लाल मंत्री जो कर रहे हैं वो शायद ही सरकार को पच नहीं पाए, क्योंकि सरकार की बदनामी हो रही है। अभी तक राज्य के 21 जिलों में कई फैक्ट्रियां, गोदाम, कंपनियां, सहकारी समितियों के भण्डार और खाद बीज की दुकानों में नकली और अमानक खाद बीज पकड़ गए हैं। राज्य के अभी तक की छापामारी में सभी जगह यह गौरख धंधा पकड़ में आया है। कृषि विभाग के 11 अधिकारी निलम्बित किए गए हैं। श्रीगंगानगर के इफको बाजार में डीएपी के 32 हजार कट्टे जिसका अनुमानित मूल्य 50 करोड़ है पकड़े गए। उदयपुर में 8 कंपनियों में एसएसपी जांच में अमानक पाई गई। ब्यावर अजमेर में संयुक्त निदेशक के नेतृत्व में 12 अधिकारियों की छह टीमों ने जो काम किया उसे दबाने की कोशिश की गई। यानि सरकारी तंत्र ही इस मिलावटी खाद बीज को पनाह देता रहा है। मंत्री मीणा के इस अभियान से पहले क्या विभाग सो रहा था? खाद बीज में मिलावट और अमानक होना बहुत गंभीर मामला है। ये सीधे सीधे किसानों के साथ धोखाधड़ी है। यही नहीं राष्ट्रीय सकल कृषि उत्पादन घटाने, भूमि और पर्यावरण को दूषित करने का गंभीर मामला है। राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री और केन्द्र सरकार को इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेना चाहिए। यह संभव है कि देश के बाकी राज्यों में भी ऐसा ही हो रहा हो। कृषि एवं उद्यानिकी मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने श्रीगंगानगर और बीकानेर में भी यही स्थिति पाई। बीकानेर में गोदारा एग्रो एजेंसी, नई अनाज मंडी से जब्त एवं बीकानेर कोलायत क्रय विक्रय सहकारी समिति लिमिटेड को सुपुर्द किए गए 468.25 क्विंटल ग्रीन अर्थ एग्रो केमिकल्स द्वारा उत्पादित बायो स्टीमूलेंट देखा। बीकानेर में भूरा कॉम्प्लेक्स स्थित परिसर के गोदामों में छापामारी की कार्यवाही की गई। संबंधित फर्मों के गोदाम लाइसेंस में दर्ज नहीं होने के कारण अवैध पाए गए। मामला गंभीर है सरकार को बड़ा एक्शन लेना चाहिए। इसी में ही जनहित और सरकार की वाहवाही है।

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