
बीकानेर,एसकेआरएयू में सोमवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय सेंटर द्वारा विद्यार्थियों के साथ संवाद आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ देवाराम सैनी ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में इग्नू के कोर्सेज और पाठ्यक्रम मददगार साबित हो सकते हैं। इन पाठ्यक्रमों से जुड़कर विद्यार्थी अतिरिक्त नोलेज लें। उन्होंने विद्यार्थियों से विभिन्न कोर्सेज से जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि दूरस्थ शिक्षा से विदेशी भाषा ज्ञान, आधुनिकतम तकनीक, स्किल आधारित पाठ्यक्रमों से जुड़े और अन्य विद्यार्थियों को इसके लिए प्रेरित करें।
वित्त नियंत्रक पवन कस्वां ने कहा कि इग्नू जैसे संस्थान शिक्षा के मौलिक अधिकार को हर नागरिक को सुलभ करवाने की श्रृंखला का अहम हिस्सा है। शिक्षा प्राप्त करने की कोई उम्र नहीं होती। विद्यार्थी इग्नू के जरिए दूरस्थ शिक्षा से समानांतर डिग्री लें और शैक्षणिक उन्नयन के लिए इग्नू की सुविधा का लाभ उठाएं।
कार्यक्रम में इग्नू जोधपुर सेंटर के मुख्तार अली ने कहा कि इग्नू के माध्यम से देश में उच्च शिक्षा का लोकतंत्रीकरण संभव हो सका है। नियमित कार्मिक, उच्च शिक्षा से वंचित व्यक्ति, सर्विस क्लास कार्मिक तथा समानांतर डिग्री प्राप्त करने इच्छुक विद्यार्थी जो अपनी परिस्थितियों के कारण नियमित उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते हैं वे इग्नू से जुड़ कर विभिन्न कोर्स कर सकते हैं। इग्नू की कई अवधारणाओ को नई शिक्षा नीति में शामिल किया गया है। इग्नू माइग्रेशन नहीं मांगती। इग्नू द्वारा 350 प्रकार के पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। अतिरिक्त समानांतर डिग्री के लिए विद्यार्थी इग्नू के कोर्स से जुड़ें । विदेशी भाषा, डाइट मैनजमेंट आदि विषयों में कोर्स करें और अपने करियर को नई ऊंचाई दें।
भूसदृश्यता एवं राजस्व सृजन निदेशक और विश्वविद्यालय में इग्नू सेंटर प्रभारी डॉ दाताराम ने स्वागत उद्बोधन दिया और विश्वविद्यालय में स्थित इग्नू सेंटर की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2012 में स्थापित सेंटर में वर्तमान में 12 कोर्स में 275 विद्यार्थी पंजीकृत है। डॉ सुशील ने कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापित किया।