
बीकानेर,लक्ष्मीनाथ मंदिर विकास एवं पर्यावरण समिति के सचिव सीताराम कच्छावा ने बताया कि सुबह 5:00 बजे से ही लक्ष्मीनाथ जी मंदिर में श्रद्धालुओं विशेषत: महिलाओं की लंबी-लंबी कतारें लग गई,जो दोपहर 1:00 बजे तक निरंतर जारी रही ।
निर्जला एकादशी के इस पावन पर्व पर हज़ारो भक्तों (विशेषतःमहिलाओं ने ) सुबह होने से पहले ही पहुंचना शुरू कर दिया था। महिलाओं की भीड़ इतनी अधिक थी कि,बाहर के मेन गेट से मंदिर के गेट तक लाइन लग गई। लेकिन महिलाओं ने
“लछ्मीनाथ म्हाने प्यारो लागे,चार भुजा रो नाथ”
हरजस गाते हुए तालियां बजाते हुए आनंदपूर्वक दर्शन किए ।
श्रद्धालुओं विशेषतः महिलाएं सिर पर मटकी तथा हाथो में सेवई, आम, पंखी,ओले, छलनी तथा कपड़े लेकर श्रीलक्ष्मी- नाथजी के जयकारे लगाते, हरजस,भजन गाते हुए मंदिर पहुंचे।उन्होंने सपरिवार ठाकुर जी के धोक लगाई तथा मनोकामनाएं मांगी। दर्शन के पश्चात दर्शनार्थियों ने पार्क परिसर में चल रहे दोनों फव्वारों तथा झूलों का आनंद लिया। लक्ष्मीनाथ मंदिर विकास एवं पर्यावरण समिति के सचिव सीताराम कच्छावा ने बताया कि मेले में खोये 10 बच्चों एवं वृद्ध-जनों को उनके परिजनों से मिलवाया तथा खोये 2 पर्स तथा खोये हुए 3 मोबाइल उनके मालिकों को सुपुर्द किये।
समिति के अनिल सोनी, धीरज जैन, विनोद महात्मा, कैलाश छीम्पा,मुकेश जोशी, चंद्रपाल, गणेश भादाणी, विकास दैया,ललित सोनी तथा मौनी मारू ने दर्शनार्थियों को लाइन लगाकर दर्शन कराने में सहयोग किया ।
समिति की ओर से निशुल्क जूता-चप्पल सेवा केंद्र पर
मूलचंद पवार,निर्मल पवार, युवराज पंवार,चेतन सांखला,अशोक स्वामी,,धर्मेंद्र अग्रवाल, शैलेष पवार , हेमन्त शर्मा,हरिप्रकाश सोनी तथा कालू वैष्णव ने सेवाएं प्रदान की ।
समिति की ओर से खोया -पाया केंद्र तथा नियंत्रण कक्ष में ,शशिमोहन दरगड़,कंवर लाल पंवार,अजय राठौड़,हरी नारायण जोशी, शिवप्रकाश सोनी,राकेश आचार्य,क्रांति सोनी,हेमन्त सोनी,घनश्याम महात्मा, ललित सोनी, ने सेवाएं प्रदान की।
शीतल जल -सेवा में संदीप मारू, प्रेमकुमार,युवराज सिंह,खुश जैन ,यशवर्धन, देव जैन,ने सेवाएं प्रदान की।
शांति विद्या निकेतन स्कूल के प्राचार्य रमेश मोदी के नेतृत्व में आठ स्काउट तथा गाइड ने विभिन्न व्यवस्थाओं में सहयोग किया।
सचिव सीताराम कच्छावा ने जिला प्रशासन,पुलिस विभाग, देवस्थान विभाग, नगर विकास न्यास,नगर निगम, जल प्रदाय विभाग तथा जोधपुर विद्युत वितरण निगम को मेले में विभिन्न व्यवस्थाओं में सहयोग हेतु आभार प्रकट किया।