
बीकानेर,जिला कांग्रेस कमेटी देहात अध्यक्ष बिशनाराम सियाग ने जातिगत जनगणना के केन्द्र सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे सामाजिक न्याय का आधार बताते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में इसे प्रमुख मुद्दा बनाया था। राहुल गांधी का मानना है कि जातिगत आंकड़े नीति निर्धारण में मदद करेंगे,जबकि केंद्र सरकार ने पहले इसे प्रशासनिक रूप से जटिल और सामाजिक एकता के लिए खतरा माना था।
जातिगत जनगणना पर मेरा यह मानना है कि यह सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम हो सकता है।सियाग कहना है की जातिगत आंकड़े सरकार को विभिन्न समुदायों की सामाजिक आर्थिक स्थिति को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेंगे। उदाहरण के लिए यह पता लगाया जा सकता है कि कौन सी जातियां शिक्षा,रोजगार और स्वास्थ्य सेवाओं में सबसे ज्यादा वंचित रही है। इससे कल्याणकारी योजनाओं को और प्रभावी बनाया जा सकता है।इसके अलावा संसाधनों का उचित वितरण करना अब तक मुश्किल रहा है,मंडल आयोग 1980 में ओबीसी की आबादी को 52 प्रतिशत माना था, लेकिन यह अनुमान पुराने डाटा पर आधारित था।नए आंकड़े आरक्षण की सीमा और वितरण को और पारदर्शी बना सकते हैं।